सरकार ने OCI कार्ड धारकों को आने की अनुमति दी, जानें-किस तरह लाभान्वित होंगे वे
सरकार ने देश के नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन योजना चलाई है। इस मिशन के तहत लाखों लोगों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया जा चुका है।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। गृह मंत्रालय ने कोरोना वायरस महामारी संकट के बीच ओसीआई कार्ड धारकों को देश में प्रवेश की अनुमति दे दी है। इससे पहले ओसीआई कार्ड धारकों को देश आने की अनुमति नहीं थी, लेकिन सोशल मीडिया पर काफी मिन्नतों के बाद सरकार ने अपने फैसले में बदलाव करते हुए ओसीआई कार्ड को आने की अनुमित दे दी है। हालांकि, यह अनुमति कुछेक वर्गों को दी गई है। इसमें छात्र, छोटे बच्चे, ओसीआई कार्ड धारकों को जिनकी पत्नी देश में है, और आपातकाल यात्रा शामिल हैं। भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिकों ने गृह मंत्रालय के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत किया है।
ओसीआई कार्ड क्या होता है
विश्व के कई देशों में दोहरी नागरिकता का प्रावधान है, लेकिन भारत में ऐसी व्यवस्था नहीं है। इस मद्देनजर भारत सरकार ने 2006 में ओसीआई कार्ड सेवा की शुरुआत की। यह कार्ड उन धारकों को दिया जाता है जो भारतीय है और यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया महादेश के देशों में रहते हैं। इन्हें स्वदेश वापस आने के लिए वीजा की जरूरत नहीं होती है।
साथ ही 90 दिन से अधिक देश में रहने के लिए पुलिस प्रशासन से अनापत्ति प्रमाण पत्र (No Objection Certificate) लेनी नहीं पड़ती है। हालांकि, ओसीआई कार्ड धारक वोट नहीं दे सकते हैं, सरकारी सेवा पर नौकरी नहीं कर सकते हैं और खेती के लिए जमीन नहीं खरीद सकते हैं।
वंदे भारत मिशन योजना
गौरतलब है कि सरकार ने देश के नागरिकों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाने के लिए वंदे भारत मिशन योजना चलाई है। इस मिशन के तहत लाखों लोगों को सुरक्षित स्वदेश वापस लाया जा चुका है। वहीं, इस मिशन को 13 जून तक के लिए बढ़ा दिया गया है। अब जबकि ओसीआई कार्ड धारकों को भी देश में आने की अनुमति दे गई है तो वंदे भारत मिशन की सक्रियता और बढ़ जाएगी। इसके लिए निजी एयरलाइंस सेवा की भी मदद ली जा रही है।