कुल्हड़ कॉफी हो या एग भुर्जी, उदयपुर के इन जायकों को चखने वालों की लगती है लंबी कतार
उदयपुर में पैलेस और झीलें तो खूबसूरत हैं ही इसके अलावा यहां का खानपान भी इसे बनाता है खास। जिसका स्वाद लेने के लिए आपको महंगे होटलों में जाने की जरूरत नहीं। जानते हैं इनके बारे में
खाना हमारे जिंदगी का बहुत ही जरूरी हिस्सा है। और अगर कहीं आप खाने-पीने के शौकिन हैं तो घूमने से ज्यादा फोकस वहां की मशहूर डिशेज़ में होता है। वैसे एक बात तो है रेस्टोरेंट और होटलों में मिलने वाले से ज्यादा स्वाद स्ट्रीट फूड्स में होता है। और दूसरी खासियत कि जहां होटलों में इन डिशेज़ को खाने के लिए अच्छे-खासे पैसे देने पड़ते हैं वहीं स्ट्रीट फूड्स आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ते। तो अगर आप भी उदयपुर में मेवाड़ फेस्टिवल को एन्जॉय करने आएं हैं तो वहां की खास डिशेज़ के बारे में जान लेना जरूरी है। तो जानेंगे उदयपुर के अनोखे स्वाद के बारे में।
एग भुर्जी
उदयपुर की खास डिशेज में से एक है ये एग भुर्जी, जिसे यहां आकर चखना तो बनता है। उबले अंडों, तरह-तरह की सब्जियों और खुशबूदार मसालों से तैयार होने वाली इस भुर्जी को खाने के बाद आप इसका स्वाद नहीं भूल पाएंगे। वैसे तो इसका स्वाद आप उदयपुर की ज्यादातर जगहों पर ले सकते हैं लेकिन चेतक सिनेमा के पास मिलने वाली भुर्जी सबसे बेस्ट होती है।
कचौड़ी
कचौड़ी सिर्फ उदयपुर में ही नहीं पूरे राजस्थान में मशहूर है। डीप फ्राइड, क्रिस्पी, प्याज, आलू और दाल जैसे कई अलग-अलग स्टफिंग के साथ तैयार होती है ये कचौड़ी। जिसे यहां सब्जी नहीं बल्कि चटनी के साथ परोसा जाता है। इसका स्वाद आप शहरभर में उठा सकते हैं।
मिनी मिर्ची वड़ा
मिर्ची वडा के शौकिन सिर्फ भारतीय ही नहीं विदेशी भी हैं। शाम साढ़े 6 बजे से रात 10 बजे तक यहां की ज्यादातर दुकानों से इसकी खुशबू से महक उठती हैं। बड़ी-बड़ी हरी मिर्च के बीच में आलू की स्टफिंग होती है और यही इसे बनाती है खास। इसका स्वाद भी आप यहां के ज्यादातर फूड ज्वॉइंट्स पर ले सकते हैं लेकिन जो स्वाद मानक बालाजी की दुकान में चखने को मिलता है वैसा कहीं और नहीं। जो 1967 से मिर्ची वडा बनाने का काम कर रहे हैं।
दाबेली
दाबेली का स्वाद आप सिर्फ मुंबई की सड़कों पर ही नहीं ले सकते उदयपुर आकर भी ले सकते हैं। उदयपुर में शंकर वडा पाव दाबेली को चखना बिल्कुल भी मिस न करें। हेल्थ को ध्यान में रखते हुए ये देसी स्टाइल में बना हुआ बर्गर है। जिसे आप स्नैक्स की तरह एन्जॉय कर सकते हैं।
दाल-बाटी, चूरमा
दाल-बाटी चूरमा की लोकप्रियता राजस्थान तक ही नहीं विदेशों तक फैली हुई है। इस राजस्थानी पारंपरिक फूड को आप राजस्थान के ज्यादातर फूड स्टाल पर एन्जॉय कर सकते हैं और मेवाड़ फेस्टिवल में तो इसकी अच्छी-खासी डिमांड होती है।
कुल्हड़ काफी
उदयपुर की हर एक डिश को स्वाद ले चुके हैं तो अब बारी है कुल्हड़ काफी की। विनोद फास्ट फूड और कृष्णा आइसक्रीम पार्लर की कुल्हड़ कॉफी सबसे मशहूर है। चॉकलेट सॉस और पाउडर के साथ कुल्हड़ में सर्व होने के बाद इसके स्वाद में हुए इजाफा का एहसास तो आपको पीने के बाद ही पता लगेगा।
और अगर कहीं आप चाय के दीवाने हैं तो यहां चायफीटेरिया का रूख करें। जहां नूडल्स, सैंडविच, बन के साथ 16 अलग-अलग वैराइटी की चाय का जायका ले सकते हैं। लेकिन इस दुकान को मशहूर बनाती है हरी मिर्च चाय शॉट। जिसे पीने वालों की लंबी कतार का आप अंदाजा भी नहीं लगा सकते।