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गुजरात से लेकर ओडिशा, राजस्थान और बिहार में लें मकर संक्रांति पर इन जायकों का मज़ा

मकर संक्रांति के मौके पर गुजरात, राजस्थान, ओडिशा या महाराष्ट्र किसी भी जगह जाने का प्लान कर रहे हैं तो इस मौके पर बनने वाली खास डिशेज़ का स्वाद लेना न भूलें। जानेंगे इनके बारे में।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 01:50 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 01:50 PM (IST)
गुजरात से लेकर ओडिशा, राजस्थान और बिहार में लें मकर संक्रांति पर इन जायकों का मज़ा
गुजरात से लेकर ओडिशा, राजस्थान और बिहार में लें मकर संक्रांति पर इन जायकों का मज़ा

 मकर संक्रांति, उत्तर भारत ही नहीं दक्षिण और पश्चिम भारत के भी खास त्योहारों में से एक है। जो हर साल 14 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन सूर्य मकर राशि में प्रवेश करता है इसलिए इसका शास्त्रों में भी विशेष महत्व बताया गया है। अलग-अलग जगहों पर इसके अलग-अलग नाम मशहूर हैं। पंजाब में इसे 'माघी', राजस्थान में 'संक्रात', असम में 'माघ बिहू', कुमांऊ में 'घुघुतिया', उड़ीसा, बिहार और झारखंड में 'मकर संक्रांति' के नाम से ही जाना जाता है। नामों की तरह ही इस मौकों पर खाने में भी कई वेराइटी देखने को मिलती है। तो आइए जानते हैं इस मौकों पर अलग-अलग राज्यों में बनने वाली कुछ खास डिशेज़ के बारे में।      

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दही-चूड़ा
भारत के पूर्वोतर राज्यों में मकर सक्रांति के मौके पर दही-चूड़ा खाने की परंपरा है। खिचड़ी और दही-चूड़ा का स्वाद आप इस त्योहार में हर एक घर में चख सकते हैं। 

कांगसुबी
मणिपुर में मकर सक्रांति पर बनाई जाने वाली डिश है। कांगसुबी, तिल और गन्ने के जूस से तैयार होने वाली डिश है जिसे बेक किया जाता है और फिर छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर सर्व किया जाता है। 
गन्ने के रस की खीर
लोहड़ी मतलब पंजाबी मकर सक्रांति बिना इसके अधूरी है। पंजाब में बहुत बड़े तौर पर गन्ने की खेती होती है। जिससे खीर तैयार की जाती है और इसे ड्रायफ्रूट्स के साथ सर्व किया जाता है। 
खिचड़ी
मकर सक्रांति के मौके पर खिचड़ी का स्वाद नहीं लिया तो क्या किया। आलू, मटर, गोभी जैसी सीज़नल सब्जियों से तैयार होने वाली खिचड़ी से भगवान को भोग भी लगाया जाता है। मंदिरों में बंटने वाले भंडारे में भी खिचड़ी ही खास होती है।   

गोकुल पीठे
बंगाल में मकर सक्रांति को पोउश-पार्बन के नाम से जाना जाता है। इस मौके पर यहां तैयार किए जाते हैं गोकुल पीठे। नारियल बुरादे और गुड़ के छोटे-छोटे बॉल्स बनाकर इन्हें हल्का चपटा कर घी में फ्राई किया जाता है।
गज़क
मध्य प्रदेश में मकर सक्रांति को गज़क के स्वाद के साथ सेलिब्रेट किया जाता है। तिल, काजू और मूंगफली, घी और चीनी से तैयार गज़क न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता है बल्कि ये सर्दियों में सेहत के लिहाज से भी बेस्ट है। 
मकर चौला
ओडिशा में लोग मकर सक्रांति को मकर चौला बनाकर मनाते हैं। इसे चावल के आटे, नारियल, दूध, पके केले, चीनी, कॉटेज चीज़, अदरक, मिर्च पाउडर और अनारदाने से मिलाकर तैयार किया जाता है। इसे प्रसाद की तरह भी बांटने का रिवाज़ है।

पूरन पोली
पूरन पोली का स्वाद लेना हो तो मकर सक्रांति के मौके पर महाराष्ट्र आने का प्लान बनाएं। चना दाल और गुड़ को आटे में भरकर रोटी की तरह बेलकर घी के साथ पकाते हैं। खट्टे-मीठे स्वाद वाली ये डिश यहां के लोगों की पसंदीदा डिशों में से एक है।
घुंघूटे
उत्तराखंड के कुमाऊंनी में मकर सक्रांति को अलग तरीके से सेलिब्रेट किया जाता है। जिसे उत्तराखंड में घुंघटिया के नाम से जाना जाता है और घुंघटे डिश तैयार की जाती है। गेहूं के आटे और गुड़ से तैयार की जाने वाले इस डिश को अलग-अलग आकार दिया जाता है जो देखने में काफी आकर्षक लगता है। तेल में फ्राई करके इसका हार बनाया जाता है। बच्चे इसे पहनकर पक्षियों को खिलाते हैं। कहते हैं यहां लोग इसे माइग्रेटरी बर्ड्स का स्वागत करने के लिए करते हैं। 

इलू बेला
मकर सक्रांति के अवसर पर तिल के लड्डुओं को स्वाद सिर्फ बिहार में ही नहीं कर्नाटक आकर भी लिया जा सकता है। इन्हें और ज्यादा जायकेदार बनाने के लिए तिल के साथ नारियल बुरादा भी मिलाया जाता है। करीबी रिश्तेदारों और पड़ोसियों में बांटने की भी परंपरा है यहां।  
उंधियू
इसका स्वाद चखने के लिए आपको गुजरात आना पड़ेगा। मकर सक्रांति के मौके पर बनने वाली उंधीयू में कई तरह की सीज़नल सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे हाड़ी में पकाया जाता है जो इसके स्वाद को दोगुना करने का काम करती है। इसे पूड़ी और बाजरे की रोटी के साथ परोसा जाता है। अगर आप मकर सक्रांति में गुजरात आने का प्लान कर रहे हैं तो इसे चखना बिल्कुल न भूलें।  

रामदाने का लड्डू
रामदाने के लड्डू भी मकर सक्रांति की खास डिशेज़ में से एक है। बिहार में खासतौर से बनने वाले वैसे तो इस लड्डू का स्वाद अब कहीं भी और कभी भी लिया जा सकता है लेकिन बिहार में बनने वाले इन लड्डुओं की बात ही अलग होती है। रामदाने या राजगीरे में इलायची के दाने और गुड़ को मिलाकर बनाया जाता है।      
तिलवा या तिल के लड्डू
तिल के लड्डुओं को असली स्वाद तो मकर सक्रांति के मौके पर ही चखने को मिलता है। इस दौरान पूरे बिहार और झारखंड की गलियां इससे महकती रहती हैं। मिठाई की दुकानों पर लड्डू-बर्फी नहीं बल्कि तिल के लड्डुओं की डिमांड ज्यादा रहती है। कुछ जगहों पर तिल को चाशनी तो कुछ जगहों पर गुड़ के पाक के साथ इन लड्डुओं को तैयार किया जाता है। दोनों ही बहुत स्वादिष्ट लगते हैं। 

अपालू
अपालू साउथ इंडियन डिश है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बनने वाली इस डिश को गेहूं-चावल के आटे और गुड़ से तैयार किया जाता है। आटे को गूंथकर हाथों से हल्का दबाकर तेल में फ्राई किया जाता है। महज दो चीज़ों से मिलकर बनने वाली इस डिश का स्वाद बहुत ही बेहतरीन होता है जिसका स्वाद आप मकर सक्रांति के दौरान यहां के हर एक घर में ले सकते हैं। खाने से पहले लोग भगवान को इसका भोग लगाते हैं।   


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