वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी के लिए परफेक्ट है दुधवा नेशनल पार्क, यहां मिलेगी 400 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां
दुधवा नेशनल पार्क में बाघ, तेन्दुआ, भालू, स्याही, फ्लाइंग स्क्वेरल हाथी, मगरमच्छ समेत 400 पक्षी प्रजातियां शामिल हैं.
अगर आप वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी करने का शौक रखते हैं, तो आपके लिए एक खास मौका है. 9 से 11 फरवरी को दुधवा नेशनल पार्क में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें आप खूबसूरत रंग-बिरंगे पक्षियों की कई नस्लें देखने को मिलेगी. दुधवा नेशनल पार्क भारत- नेपाल सीमा के पास उत्तर प्रदेश राज्यं के तराई बेल्ट में स्थित है. इसे 1958 में वाइल्ड लाइफ सेंचुरी के रूप में स्थाोपित किया गया था और 1977 में यह एक नेशनल पार्क बन गया.
पक्षियों और अन्य जीवों का खूबसूरत संसार
दुधवा नेशनल पार्क में बाघ, तेन्दुआ, भालू, स्याही, फ्लाइंग स्क्वेरल हाथी, मगरमच्छ समेत 400 पक्षी प्रजातियां शामिल हैं. चीतल, सांभर, काकड़, बारहसिंहा जैसी हिरन प्रजातियां और रेप्टाइल्स (सरीसृप), एम्फीबियन व कई अलग-अलग तरह की तितलियां मौजूद हैं.
भारतीय उपमहाद्वीप में पाए जाने वाले लगभग 1300 पक्षियों में, 450 से ज्यादा प्रजातियां अकेले दुधवा रिजर्व में देखी जा सकती हैं. इनमें हॉर्नबिल, रेड जंगल फ़ॉवल, पीटा फोवल, बंगाल फ्लोरिकन, मत्स्य पालन ईगल, बंगाल फ्लोरिकन, सर्प ईगल, ऑस्प्रे, स्वर्ग फ्लाईकचर, वुडपैकर्स, शामा, इंडियन पिटा, ओरिओल्स, एमेरल्ड कबव आदि शामिल हैं. सर्दी के मौसम में दुधवा नेशनल पार्क में विभिन्न प्रवासी पक्षियों को देखा जा सकता है.
पार्क में आने से पहले ध्यान रखें ये बातें
सर्दियों के मौसम में दुधवा के जानवरों की लाइफ स्टाइल भी बदल गई है. घने जंगलों के बीच रह रहे जानवर सर्दियों की धूप खाने बाहर निकल रहे हैं. दुधवा के नकहुआ नाले के बाहर तमाम मगमच्छ आराम फरमाते हुए देखे जा सकते हैं. इसी नाले के आसपास बारहसिंघों के झुंड भी निकल पड़ते हैं. सर्दियां आते ही जानवर अपने लिए गर्म आशियाना तलाश करने में दिन भर भटकते हैं. रात के वक्त इनको डिस्टर्ब करना खतरनाक है, इसलिए जंगल सफारी सिर्फ दिन के उजाले में ही हो सकती है.
कैसे पहुंचे
दुधवा नेशनल पार्क उत्तर प्रदेश के खीरी जिले में पलिया तहसील में पड़ता है. सबसे निकट का हवाई अड्डा लखनऊ में है. लखनऊ से सड़क के रास्ते लखीमपुर, मैलानी व पलिया होते हुए दुधवा की दूरी लगभग 220 किलोमीटर है. लखनऊ से इसी रास्ते दुधवा तक छोटी लाइन की ट्रेन भी चलती है. इस रेल लाइन का काफी रास्ता टाइगर रिजर्व के बीच में से होकर निकलता है. वैसे, दुधवा के सबसे निकट का बड़ा रेलवे स्टेशन दिल्ली-लखनऊ रेल मार्ग पर शाहजहांपुर है. वहां से मैलानी होते हुए दुधवा महज 107 किलोमीटर है. कतर्निया घाट के लिए एक रास्ता दुधवा के बीच से भी होकर निकलता है. मुख्य रास्ता दुधवा से वापस पलिया होकर है. सीधे कतर्निया जाना हो, तो बहराइच से वह 86 किलोमीटर दूर है.
घूमने के लिए बेस्ट टाइम
दिसम्बर से मार्च
कहां ठहरें
थारू हट दुधवा, वन विश्राम भवन बनकटी, किशनपुर, सोनारीपुर, बेलरायां, सलूकापुर, सठियाना वन विश्राम भवन