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अनोखे और यादगार एक्सपीरियंस के लिए अकेले जाएं खूबसूरत कुर्ग के सफर पर

कुर्ग की खूबसूरती को एक्सप्लोर करने के लिए सोलो ट्रिप का प्लान बनाएं। रिलैक्सिंग वाली ये जगह एडवेंचर एक्टिविटीज़ के लिए भी है बेस्ट।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Wed, 16 Jan 2019 04:32 PM (IST)Updated: Wed, 16 Jan 2019 04:32 PM (IST)
अनोखे और यादगार एक्सपीरियंस के लिए अकेले जाएं खूबसूरत कुर्ग के सफर पर
अनोखे और यादगार एक्सपीरियंस के लिए अकेले जाएं खूबसूरत कुर्ग के सफर पर

कर्नाटक की खूबसूरती को बिल्कुल अलग अंदाज में बयां करता हुआ कुर्ग, जहां जाने के लिए कोई साथ हो या न हो, किसी की कमी नहीं खलती। देखने और घूमने के लिए यहां इतनी चीज़ें हैं कि हफ्ते भर की छुट्टियां भी कम लगती हैं। हर एक मौसम में यहां का अलग ही नज़ारा देखने को मिलता है। वैसे आपको बता दें भारत में कॉफी की सबसे ज्यादा पैदावार कुर्ग में ही होती है। टी-गॉर्डन, चारों ओर बिखरी खूबसूरती और हरे-भरे जंगल इस जगह की खूबसूरती में लगाते हैं चार चांद।

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घूमने लायक जगहें

कुर्ग घूमने से फुर्सत मिले तो भागमंडला, तालकावेरी, निसारगधमा, दुबरे, अबे फॉल्स, इरूपु फॉल्स और नागरहोल नेशनल पार्क को देखने का मौका बिल्कुल न मिस करें। पुष्पागिरी और ब्रह्मगिरी खासतौर से ट्रेकिंग के लिए मशहूर हैं।

अब्बे फॉल्स

अब्बे फॉल्स कॉफी के खूबसूरत बागानों के बीच स्थित है। आसपास कई सारी दूसरी खूबसूरत जगहें हैं। तो इन जगहों पर जाने वाले सैलानी अब्बे फॉल्स पर रूकते हुए जाते हैं। पहाड़ों से गिरते हुए धुआंधार झरने का पानी आंखों को ही मन को भी सुकून देने वाला होता है।

इरुपू फॉल्स

कुर्ग घूमने आने वाले टूरिस्ट्स इरुपू फॉल्स देखने भी जरूर आते हैं। झरने के साथ ही यहां एक पवित्र मंदिर भी है। झरने की खूबसूरती मॉनसून सीज़न में और ज्यादा बढ़ जाती है।

मदिकेरी किला

इस किले की खासियत है कि इसे 17वीं शताब्दी में कीचड़ से बनाया गया था। जिसे बाद में 1812-1814 के बीच ईंट और मोर्टार से पक्का किया गया। बाहर से लेकर अंदर तक किले की हर एक जगह देखने लायक है।

नामड्रोलिंग मोनेस्ट्री

ये मोनेस्ट्री तकरीबन 5 हजार बौद्ध भिक्षुओं का घर है। जो इनकी शिक्षा-दीक्षा के साथ ही रिट्रीट सेंटर भी है।

कॉफी प्लॉन्टेशन

यहां आकर आप कॉफी बनने की पूरी प्रकिया देख सकते हैं। वैसे तो ये खासतौर से कॉफी की पैदावार के लिए मशहूर है लेकिन यहां आसपास और भी दूसरी जगहों की खेती होती है।

एडवेंचर के लिए बेस्ट हैं कुर्ग

कुर्ग आने वाले टूरिस्ट्स का मकसद रिलैक्सेशन के साथ-साथ एडवेंचर को भी एक्सप्लोर करना होता है। क्योंकि यहां कई सारी एडवेंचर एक्टिविटीज़ होती हैं। और इसी वजह से इसे एडवेंचर कैपिटल ऑफ कर्नाटक भी कहा जाता है। माउंटेन क्लाइम्बिंग से लेकर जंगल ट्रैकिंग, रॉफ्टिंग से लेकर फ्लाइंग, एलीफेंट कैप में फिशिंग जैसे कई शानदार एक्सपीरिएंस आप यहां आकर ले सकते हैं।

कब जाएं

कुर्ग घूमने के लिए अक्टूबर से मई तक का महीना बेस्ट होता है। लेकिन फरवरी से मई महीने में इस हिल स्टेशन पर आने वाले टूरिस्टों की संख्या सबसे ज्यादा होती है। क्योंकि इस दौरान यहां का मौसम बहुत सुहावना होता है।

कैसे पहुंचे

कूर्ग जिले का मुख्यालय मदिकेरी में है। यहां के लिए सबसे नजदीकी हवाईअड्डा मैंगलोर है। यहां से मदिकेरी का रास्ता लगभग एक घंटे का है। बैंगलोर, मैसूर व कालीकट से भी मदिकेरी के लिए बसें व टैक्सियां हैं। ट्रेन से आप मैसूर या थालेसरी तक जा सकते हैं। 


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