डेस्टिनेशन : आयुर्वेद टूरिज्म में केरल निकला सबसे आगे, प्रकृति के ये खास उपहार मिलेंगे यहां
कोवलम में आयुर्वेद पद्धति से मसाज काफी प्रसिद्ध है, लेकिन मसाज के लिए केवल उन्हीं सेंटर पर जाना चाहिए जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं.
कोई अगर आपसे पूछे कि आप ट्रिप पर क्यों जाते हैं? तो ज्यादातर लोगों का जवाब होगा कि खुद को रिफ्रेश करने के लिए. वहीं कुछ लोग अपने पार्टनर, फैमिली और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने भी ट्रिप पर जाते हैं. इन बातों से अलग ज्यादातर लोग केरल आयुर्वेद को करीब से जानने और उसका अनुभव लेने जाते हैं. केरल में बीते सालों में आयुर्वेद टूरिज्म बहुत फल-फूल रहा है और अब इस मामले में सबसे आगे निकल गया है.
कोवलम लीजिए आयुर्वेदिक मसाज का आनंद
राजधानी तिरुवनंतपुरम (त्रिवेंद्रम) से महज 16 किलोमीटर दूर स्थित कोवलम बीच पर आपको नेचर का एक खूबसूरत पहलू देखने को मिलेगा. कोवलम को भारत के सबसे सुंदर बीचों में से एक माना जाता है. लाईट हाउस बीच, इवनिंग बीच और समुद्र बीच साथ-साथ हैं. कोवलम में आयुर्वेद पद्धति से मसाज काफी प्रसिद्ध है, लेकिन मसाज के लिए केवल उन्हीं सेंटर पर जाना चाहिए जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हैं, यहां पर नारियल के तेल में विभिन्न जड़ी-बूटियों को मिलाकर शरीर की मालिश की जाती है, खासकर हड्डियों से संबंधित रोगों के लिए ये मसाज बहुत अच्छी है. मसाज के लिए दवाओं के हिसाब से कीमतें तय हैं, जिसमें 300 रुपये से शुरू होकर पांच हजार रुपये प्रति घंटा तक लिया जाता है. हरे-भरे धान के खेतों के बीच ऊंचे नारियल के पेड़ और साथ में बैकवाटर्स. यहां कुल मिलाकर करीब 900 किमी का बैकवाटर्स नेटवर्क है. बांस से बनी इन हाउसबोट्स में परिवार सहित एक रात गुजारी जा सकती है.
कैसे जाएं
केरल में 200 रेलवे स्टेशन हैं, केरल के अंदर और बाहर स्थानों को जोड़ने किसी के चुने हुए गंतव्य तक पहुंचने के लिए कोई सुपर फास्ट और एक्सप्रेस गाड़ियों का उपयोग कर सकता है. रेल सेवाएं राज्य को भारत के सभी महत्वपूर्ण शहरों में जोड़ती हैं जिनमें चार महानगरीय शहरों, नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई शामिल हैं. वहीं फ्लाइट से जाने के लिए तीन हवाई अड्डों, तिरुवनंतपुरम, कोच्चि और कोझीकोड में स्थित हैं, जिनमें से दो अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों हैं.
घूमने के लिए बेस्ट टाइम
पूरे साल केरल जाया जा सकता है. यहां तापमान में थोड़ा सा ही फेरबदल है. गर्मियों में यहां तापमान 24 -33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है. बस उमस थोड़ा ज्यादा होती है. सर्दियों में 22 से 32 डिग्री सेल्सियस और वर्षा ऋतु में 22 से 28 डिग्री सेल्सियस तक तापमान होता है.
क्या खरीदें
केरल में सिर्फ खानपान ही सस्ता नहीं है बल्कि यहां से बढि़या खरीदारी भी की जा सकती है. यहां से आप काजू ले ही जा सकते हैं. काजू का आकार इसकी कीमत तय करता है, लेकिन सबसे बढि़या काजू 350 रुपये किलो से मंहगा नहीं. केरल मसालों का भी सबसे बढि़या केंद्र है. दालचीनी व इलायची काफी सस्ती व उत्तम किस्म की हैं. बाकी मसाले भी ले जाना न भूलें. साडि़यों की तो यहां भरमार है. बजट के हिसाब से सिल्क व कॉटन की हर वैरायटी मिलेगी.