World's Most Polluted City: दिल्ली नहीं ये है दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर!
Worlds Most Polluted City गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते अप्रैल में चिली के शहर तेमूको में ही सबसे पहले लॉकडाउन लगाया गया था।
दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World's Most Polluted City: कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया पर व्यापक असर पड़ा है। इस महामारी से आम जनजीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है तो वन्य जीव और वातावरण पर अनुकूल प्रभाव पड़ा है। इसका असर देखने को मिल रहा है। प्रदूषण का स्तर कम हो गया है, नदियों का पानी स्वच्छ हो गया है। जबकि वन जीव आसानी से सड़कों पर घूमते देखे जा रहे हैं।
इसके साथ ही कोरोना वायरस के चलते प्रदूषित शहरों की लिस्ट में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। इससे पहले दिल्ली विश्व की सबसे अधिक प्रदूषित शहरों में से एक था, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के दौरान दिल्ली स्वच्छ शहरों की श्रेणी में आ गया है। इस स्थान पर अब चिली आ गया है। वर्तमान समय में चिली का शहर तेमूको दुनिया का सबसे अधिक प्रदूषित है।
गौर करने वाली बात यह है कि कोरोना वायरस महामारी से पहले तेमूको इस श्रेणी में सबसे नीचे था। इस बात की जानकारी ब्लूमबर्ग ग्रीन के आंकड़ों से होती है, जिसमें बताया गया है कि वर्तमान में तेमूको सबसे प्रदूषित शहर है। इस शहर में पिछले कुछ दिनों से हवा की गुणवत्ता बेहद ख़राब है। इस वजह से सांस संबंधी बीमारियां भी बढ़ रही है।
इस बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि फ़िलहाल तेमूको में शीतकालीन समय है। इसलिए तापमान नीचे गिर गया है। इस समय तापमान तकरीबन 4 डिग्री सेल्सियस है, जिससे ठंडी बहुत बढ़ गई है। इससे बचने के लिए लोग अलाव जला रहे हैं, जिससे प्रदूषित धुंआ हवा में फ़ैल गया है। इस अलाव में गीले लकड़ियां जलाई जा रही है। इस वजह से प्रदूषण अधिक फ़ैल रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस महामारी के चलते अप्रैल में चिली के शहर तेमूको में ही सबसे पहले लॉकडाउन लगाया गया था। यह एक प्रमुख वजह हो सकती है, क्योंकि इस समय में लोगों अपने घरों में बंद थे और ठंड से बचने के लिए अलाव जाते थे। जून से लेकर अगस्त तक चिली में शीतकाल रहता है।