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IIT मद्रास ने बनाई सस्ती मिश्र धातु जो ले सकता है ऐल्यूमीनियम की जगह, जानें इसके लाभ

यह मिश्रधातु ऑटोमोबाइल उद्योग में स्टील और ऐल्यूमीनियम की जगह ले सकती है। इससे वाहनों में कम ईंधन की जरूरत होगी।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 04:42 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 04:42 PM (IST)
IIT मद्रास ने बनाई सस्ती मिश्र धातु जो ले सकता है ऐल्यूमीनियम की जगह, जानें इसके लाभ
IIT मद्रास ने बनाई सस्ती मिश्र धातु जो ले सकता है ऐल्यूमीनियम की जगह, जानें इसके लाभ

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल। आईआईटी मद्रास के वैज्ञानिकों ने मैग्नीशियम से ऐसी मिश्रधातु बनाई है, जो ऐल्यूमीनियम की जगह ले सकती है। यह धातु ऐल्यूमीनियम से सस्ती और मजबूत भी होगी। इस मिश्रधातु को विकसित करने में आईआईटी मद्रास के साथ-साथ नॉर्थ टेक्सास विश्वविद्यालय और यूएस आर्मी रिसर्च लैबोरेटरी के शोधार्थी भी शामिल हैं। यह मिश्रधातु ऑटोमोबाइल उद्योग में स्टील और ऐल्यूमीनियम की जगह ले सकती है। इससे वाहनों में कम ईंधन की जरूरत होगी।

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इस धातु का घनत्व ऐल्यूमीनियम का एक-तिहाई है।

हालांकि ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में कई चीजों को ऐल्यूमीनियम से ही बनाया जाता है, लेकिन शोधार्थियों का कहना है कि बनावट संबंधी कल-पुर्जों में पिटवा मैग्नीशियम मिश्रधातु का मौजूदा औद्योगिक उपयोग बहुत सीमित है। इसका कारण उनकी कम मजबूती, कम लचीलापन, अधिक खिंचाव और नहीं बर्दाश्त कर पाना है, जबकि उनका घनत्व ऐल्यूमीनियम का एक-तिहाई और इस्पात का एक चौथाई है। आईआईटी मद्रास में मेकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर सुशांत कुमार पाणिग्रही के मुताबिक, नई मिश्रधातु मजबूत, काफी लचीला और सुपर प्लास्टीसिटी गुण वाली है।

अधिक तापमान को सहने की क्षमता

उन्होंने बताया कि यह सुपर प्लास्टिसिटी अधिक तापमान पर हासिल की जाती है, जो विनिर्माण में लगने वाला समय घटाता है। इसके अलावा, यह काफी हल्का भी होता है, जो वाहनों के कार्बन फुटप्रिंट को कम करेगा। कार्बन फुटप्रिंट, किसी व्यक्ति, संगठन या समुदाय की गतिविधियों से वायुमंडल में उत्सर्जित की जाने वाली कार्बन डाइऑक्साइड की कुल मात्रा होती है। हल्के वाहनों को कम ईंधन की जरूरत होती है और इसलिए यह अधिक ईंधन दक्ष है। साथ ही वाहन एवं विमान निर्माण उद्योग परंपरागत धातु या मिश्रधातु की जगह वैकल्पिक उन्नत हल्के मिश्रधातु की तलाश कर रहे हैं। पाणिग्रही ने कहा कि कम ईंधन खर्च करने वाले सबसे हल्के मिश्रधातुओं में शामिल मैग्नीशियम मिश्रधातु वाहन एवं विमान के कल-पुर्जों में इस्पात एवं ऐल्यूमीनियम की जगह ले सकता है, क्योंकि उसका घनत्व ऐल्यूमीनियम का दो तिहाई और इस्पात का एक चौथाई है। यह अध्ययन जर्नल मेटेरियल रिसर्च लेटर्स में भी प्रकाशित हुआ है। 

                    Written By Shahina Noor


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