कजरी तीज़ पर बनाई जाने वाली खास मिठाई है सत्तू, जानें इसे बनाने का आसान तरीका
कजरी तीज के दिन सत्तू बनाई जाने वाली खास मिठाईयों में से एक है और इसी वजह से इसे सातुड़ी तीज भी कहा जाता है। इस बार 6 अगस्त 2020 गुरुवार को कजरी तीज मनाई जा रही है।
कजरी तीज के दिन महिलाएं और कुंवारी लड़कियां निर्जला व्रत रखती हैं। कजरी तीज को बूढ़ी तीज, बड़ी तीज, निमाड़ी तीज, कजली तीज और सतुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है। जिसे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और भारत के बाकी हिस्सों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। कजरी तीज रक्षाबंधन के तीन दिन बाद और कृष्ण जन्माष्टमी से पांच दिन पहले मनाई जाती है। लेकिन इस तीज की तैयारियां पहले से ही शुरू हो जाती हैं।
कजरी तीज की खासियत
सत्तू इस दिन बनाई जाने वाली खास मिठाई है और इसी वजह से इसे सातुड़ी तीज भी कहा जाता है। जो इस बार 6 अगस्त 2020, गुरुवार को मनाई जा रही है। कजरी तीज के मौके पर महिलाएं और लड़कियां हाथों और पैरों पर मेहंदी लगाती हैं और पारंपरिक परिधान और आभूषणों से साज-श्रृंगार करती हैं। इसके साथ ही घर में तरह-तरह के स्वादिष्ट पकवान बनाए जाते हैं जिसका सब लोग मिलकर आनंद उठाते हैं।
कजरी तीज में बनाई जाने वाली खास मिठाई सत्तू
इस दिन महिलाएं और लड़कियां व्रत रखने के साथ ही कजरी तीज के गीत गाती हैं और शाम को चंद्रमा की पूजा करने के बाद वे सत्तू खाकर अपना उपवास तोड़ती हैं। सत्तू इस दिन खाना अनिवार्य है। पारिवारिक परंपरा के आधार पर अलग-अलग तरह के सत्तू इस दिन तैयार किए जाते हैं जिसमें चने का सत्तू, जौ का सत्तू, गेहूं का सत्तू, मैदे का सत्तू और चावल का सत्तू शामिल है। सबसे आसान है चावल और चने का सत्तू तैयार करना। तो आज हम चावल से तैयार होने वाले सत्तू की विघि के बारे में जानेंगे।
सामग्री
250 ग्राम चावल, 150 महीन पिसी हुई चीनी, 125 ml देसी घी, 1/4 कप दूध, गॉर्निशिंग के लिए ड्रायफ्रूट्स
विधि
चावल को अच्छे से 3-4 बार पानी से धो लेंगे। फिर उसे ऐसे किसी बर्तन में निकाल देंगे जिससे पूरा पानी निकल जाए। इसके लिए आप मैदे या आटे को साफ करने वाली छलनी का इस्तेमाल कर सकते हैं। अब चावल को कुछ देर के लिए धूप में रख दें जिसका इसका मॉइश्चर पूरी तरह से निकल जाए।
कड़ाही गर्म करें और मीडियम आंच पर चावल को सुनहरा होने तक भूनें और फिर ठंडा होने के लिए रख दें।
मिक्सर में इसे अच्छी तरह पीस लें। पॉसिबल हो तो आटा चक्की में पिसवा लें।
पीसने के बाद चावल को कपड़े की मदद से छान लें। तैयार से सत्तू।
किसी गहरे बर्तन में चावल का आटा डालें। इसमें पिसी चीनी, गुनगुना देसी घी और दूध मिलाते हुए अच्छा भुरभुरा सत्तू तैयार कर लें। तैयार है चावल का सत्तू कजरी तीज के लिए।
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