Happy Republic day Shayari: फैमिली और फ्रेंड्स को इन प्यार भरी शायरी के साथ दें इस दिन की बधाई
Republic day Shayari 26 जनवरी को पूरे भारतवर्ष में गणतंत्र दिवस की धूम देखने को मिलती है।इस दिन लोग झंडा फहराने राष्ट्रगान गाने के साथ एक-दूसरे को मैसेज भेजकर भी बधाई देते हैं।
भारत में मनाए जाने वाले तीन राष्ट्रीय पर्वों में से एक गणतंत्र दिवस है। अन्य दो स्वतंत्रता दिवस और गांधी जयंती हैं। गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। इस दिन दिल्ली के अलावा और भी दूसरी जगहों पर रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है। लोग एक-दूसरे को हर्षोल्लास के इस मौके पर मैसेज और शायरी भी भेजते हैं।
गणतंत्र दिवस शायरी
1. कुछ नशा तिरंगे की आन है
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है
हम लहराएंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
नहीं सिर्फ जश्न मनाना, नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
2. ये काफी नहीं है वतन पर, यादों को नहीं भुलाना,
जो कुर्बान हुए उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नहीं ज़िन्दगी वतन के लिए लुटाना,
हम लाएं है तूफ़ान से कश्ती निकाल के,
इस देश को रखना मेरे बच्चों संभाल के
गणतंत्र दिवस से जुड़ी कुछ खास बातें
1. भारतीय संविधान को बनने में कुल 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था।
2. 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया था। इस दिन डॉ राजेंद्र प्रसाद ने गवर्नमेंट हाउस के दरबार होल में भारत के पहले राष्ट्रपति की शपथ ली थी।
3. इस गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति Sukarno थे।
4.1955 से गणतंत्र दिवस समारोह राजपथ पर होने लगा और साथ ही सेना की परेड भी।
5. राजपथ पर तिरंगा फहराया जाता है। उसके बाद राष्ट्रीय गान गाकर 21 तोपों की सलामी दी जाती है।
हमारे संविधान में लगभग 465 अनुच्छेद, 12 अनुसूचियां हैं और सभी 22 भागों में विजाभित है। पहले इसमें 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थी जो 22 भागों में विभाजित था।
3. अलग है भाषा, धर्म जात,
और प्रांत, भेष, परिवेश,
पर हम सब का एक ही गौरव है,
राष्ट्रध्वज तिरंगा श्रेठ
गणतंत्र दिवस की बधाई।
4. याद रखेंगे वीरो तुमको हरदम,
यह बलिदान तुम्हारा है,
हमको तो है जान से प्यारा यह गणतंत्र हमारा है।
5. देश भक्तों की बलिदान से स्वतंत्र हुए हैं हम
कोई पूछे कौन हो तो गर्व से कहेंगे
'भारतीय हैं हम'
6. ना जियो धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही है धर्म वतन का बस जियों वतन के नाम पर
7. ना पूछो ज़माने से कि क्या हमारी कहानी है
हमारी पहचान तो बस इतनी है कि हम सब हिन्दुस्तानी हैं