Move to Jagran APP

NSS Day 2020: आज है राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व

इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है। आसान शब्दों में कहे तो खेल मंत्रालय भारत सरकार राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत युवाओं के व्‍यक्‍तित्‍व विकास हेतु युवा कार्यक्रम संचालित करती है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 10:54 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 10:54 AM (IST)
NSS Day 2020: आज है राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस, जानें इसका इतिहास और महत्व
Know The History And Importance Of NSS Day

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। NSS Day 2020: हर साल 24 सितंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया जाता है। इसे पहली बार 24 सितंबर, सन 1969 ई. को मनाया गया था। जब राष्ट्रीय सेवा योजना की स्थापना की गई थी। उस समय से हर साल 24 सितंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र के विकास के साथ-साथ राष्ट्र सेवा के लिए उन्हें जागरूक करना है। आसान शब्दों में कहे तो खेल मंत्रालय भारत सरकार राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत युवाओं के व्‍यक्‍तित्‍व विकास हेतु युवा कार्यक्रम संचालित करती है। इस संगठन की स्थापना की बात आजादी पूर्व से दिवगंत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के समय से चल रही थी, जिसे अंतिम रूप सन 1969 ई. में दिया गया। आइए, राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस के बारे में विस्तार से जानते हैं-

loksabha election banner

राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस का इतिहास और महत्व

किसी राष्ट्र के निर्माण में युवाओं का बहुत बड़ा योगदान होता है। आज देश में तकरीबन 65 फीसदी जनसंख्या युवा है। इस मद्देनजर यह देश के लिए सौभाग्य की बात है कि देश का चौमुखी विकास एकसाथ हो सकता है। इसके लिए आजादी के समय गांधी जी ने युवाओं को राष्ट्रीय सेवा से जोड़ने पर विशेष बल दिया था। आजादी के पश्चात विश्‍वविद्यालय अनुदान आयोग ने डॉ. राधाकृष्‍णन की अध्‍यक्षता में पहली बार स्‍वैच्‍छिक आधार पर शैक्षिक संस्‍थाओं में राष्‍ट्रीय सेवा आरंभ करने की सिफारिश की।

इस पर केंद्रीय सलाहकार बोर्ड (सीएबीई) ने जनवरी, 1950 में विचार किया। जबकि दो वर्ष बाद भारत सरकार ने पंचवर्षीय योजना के तहत एक वर्ष छात्रों के सामाजिक एवं श्रम सेवा पर बल दिया। इसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इस विषय पर संज्ञान लिया और फिर शिक्षा मंत्री सम्मेलन में राष्ट्रीय सेवा योजना का मसौदा पेश किया गया। इसके तहत 28 अगस्‍त, 1959 को एक राष्‍ट्रीय सेवा समिति की स्थापना की गई।

जबकि 24 सितंबर, 1969 को 37 विश्‍वविद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इसकी शुरुआत तत्‍कालीन शिक्षामंत्री डॉ. वी. के. आर.वी. राव ने की। राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस की शुरुआत गांधी शताब्‍दी वर्ष में हुई, क्योंकि गांधी जी का कहना था कि देश की सेवा में युवाओं की भागीदारी जरूरी है। वर्तमान समय में राष्ट्रीय सेवा योजना के 39,695 एनएसएस इकाइयों में 36.5 लाख से अधिक स्वयंसेवी हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.