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जानें, क्या है हैंगिंग कॉफिन और क्या हैं इसके अनसुलझे रहस्य

विशेषज्ञों का मत है कि बो जाति के लोग इसे शुभ मानते हैं। उनका कहना है कि शवों को पहाड़ की चोटी पर इसलिए लटकाया जाता है ताकि वे जल्द स्वर्ग पहुंच सकें।

By Umanath SinghEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 02:35 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 02:35 PM (IST)
जानें, क्या है हैंगिंग कॉफिन और क्या हैं इसके अनसुलझे रहस्य
जानें, क्या है हैंगिंग कॉफिन और क्या हैं इसके अनसुलझे रहस्य

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। चीन के दक्षिण प्रान्त में एक ऐसी जगह है, जो रहस्यमयी है। इस रहस्य को पूरी दुनिया हैंगिंग कॉफिन के नाम से जानती है, क्योंकि यहां पर सैकड़ों कॉफिन पहाड़ की चोटी से लटकी हुई हैं। स्थानीय लोगों को भी इस बारे में सही और सटीक जानकारी नहीं है। जबकि जानकारों की मानें तो यह स्वर्ग तक पहुंचने का रास्ता हो सकता है। आइए इस रहस्य को जानने की कोशिश करते हैं कि हैगिंग कॉफिन क्या है और क्यों ये पहाड़ की चोटी से लटकी हुई हैं-

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हैगिंग कॉफिन क्या है

इस बारे में विशेषज्ञों का कहना है कि ये शव बो और गुयुए लोगों के हैं, जो 3000 साल पुराने हैं। इन्हें न तो जलाया गया था और न ही दफनाया गया था, बल्कि इन्हें लकड़ी के कॉफिन में रखकर पहाड़ के चोटी से लटका दिया गया था। यह परंपरा चीन के अलावा फिलीपींस और इंडोनेशिया में था।

विशेषज्ञों का मत है कि बो जाति के लोग इसे शुभ मानते हैं। उनका कहना है कि शवों को पहाड़ की चोटी पर इसलिए लटकाया जाता है, ताकि वे जल्द स्वर्ग पहुंच सकें। प्राचीन समय में लोगों की मान्यता थी कि अच्छी आत्मा प्रकृति में निवास करती है।

युनान प्रान्त के गुओ जिंग म्यूजियम अनुसार, पहाड़ की चोटी एक ऐसी जगह है, जहां से स्वर्ग बहुत नजदीक है। इस थ्योरी को बो समाज के लोग भी मानते थे। इसलिए बो और गुयुए समाज के लोग शवों को पहाड़ों की चोटी पर लकड़ी के ताबूत में रखकर लटका देते थे।

कौन हैं बो

ऐसा माना जाता है कि 3000 साल पहले बो अल्पसंख्यक समुदाय थे, जो कि दक्षिण चीन में रहते थे। मिंग वंश ने तत्काल समय में इन पर बहुत जुल्म और अत्याचार किया, जिससे इनकी सभ्यता विलुप्त हो गई। हालांकि, किसी को भी बो समुदाय के बारे में पूरी जानकारी नहीं है कि वे कौन थे, कहां से आए थे और उनके साथ क्या हुआ था।


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