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विदेशों में भारत का परचम फैलाने वाली इन 5 महिलाओं को जानते हैं आप

आज राष्‍ट्रीय महिला दिवस है इस खास दिन पर हम आपको 5 ऐसी महिलाओं से मिलवा रहे हैं जो भारतीय मूल की हैं और जिन्‍होंने विदेशों में नाम कमाया है।

By Molly SethEdited By: Published: Mon, 12 Feb 2018 04:40 PM (IST)Updated: Tue, 13 Feb 2018 12:53 PM (IST)
विदेशों में भारत का परचम फैलाने वाली इन 5 महिलाओं को जानते हैं आप
विदेशों में भारत का परचम फैलाने वाली इन 5 महिलाओं को जानते हैं आप

कल्‍पना चावला 

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इस नाम को याद करके हर भारतीय महिला में अपने सपने को पूरा करने की हिम्‍मत जाग जाती है और एक सम्‍मान का अहसास पैदा होता है। कल्‍पना चावला एक भारतीय अमरीकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थीं। वे अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी। कल्‍पना कोलंबिया अन्तरिक्ष यान क्रैश में मारे गए सात यात्रियों के दल के सदस्यों में से एक थीं।
सुनीता विलियम्‍स 
आसमान को पर कर अंतरिक्ष में झंडा गाड़ने वाली सुनीता विलियम्स भी भारतीय मूल से ही थीं। सुनीता अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के माध्यम से अंतरिक्ष में जाने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला हैं। वे गुजरात के अहमदाबाद से ताल्लुक रखती हैं। सुनीता ने एक महिला अंतरिक्ष यात्री के रुप में 195 दिनों तक अंतरिक्ष में रहने का विश्व कीर्तिमान भी स्थापित किया है।
सविता वैद्यनाथन
ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी भारतीय मूल की अमेरिकी महिला को वहां के एक शहर में मेयर पद के लिए चुना गया है। सविता वैद्यनाथन एक ऐसी ही महिला हैं। इन्‍हें कैलिफोर्निया के क्यूपर्टीनो शहर की नई मेयर के रूप में निर्वाचित किया गया है। क्यूपर्टीनो शहर एप्पल के मुख्यालय की वजह से भी जाना जाता है।
कमला हेरिस
अमेरिकी सीनेट में इन दिनों एक और नाम की चर्चा रहती है। ये नाम है कमला हेरिस का जिन्‍होंने अमेरिकी सीनेट के लिए चुनी जाने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी बनकर इतिहास रच दिया है। हेरिस कैलिफोर्निया में अपनी प्रतिद्वंदी डेमोकेट्र लोरटा संचेज को हराकर कांग्रेस के लिए निर्वाचित होने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी महिला भी बन गई हैं।
अनुष्का नाईकनवरे
अमेरिका में ओरेगन राज्य की रहने वाली भारतीय मूल की एक लड़की ने ऐसा बैंडेज खोजा जो यह बताता है कि घाव कितना भरा है और कब बैंडेज को बदलना है। यह कारनामा अनुष्का नाईकनवरे ने किया जब वे 7वीं कक्षा की छात्रा थीं। यह बैंडेज घाव की नमी को मोनिटर करता है और इसी के सहारे डॉक्टरों को अलर्ट करता है। 
 

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