खाद्य सुरक्षा बन गया है महत्वपूर्ण मुद्दा, FSSAI के मानकों पर RLRC कर रही है काम
खाद्य पदार्थ बनाने वाली विभिन्न कंपनियां अपने उत्पादों की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए विश्वस्तरीय प्रयोगशालाओं के साथ हाथ मिलाकर अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर कार्य कर रही हैं।
गुणवत्ता और शुद्धता के मामले में कोई फूड प्रोडक्ट कितना खरा उतरेगा इसका अंदाज़ा आप लैब और रिसर्च सेंटर में उसके परीक्षण से लगा सकते हैं। फूड टेस्टिंग या खाद्य परीक्षण किसी भी खाद्य उत्पाद का एक अनिवार्य हिस्सा है। गुणवत्ता को सुनिश्चित और स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए आज खाद्य उद्योगों में प्रयोगशाला और अनुसंधान केंद्रों की मांग बढ़ती जा रही है। खाद्य पदार्थ बनाने वाली विभिन्न कंपनियां अपने उत्पादों की गुणवत्ता को बरकरार रखने के लिए विश्वस्तरीय प्रयोगशालाओं के साथ हाथ मिलाकर अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर कार्य कर रही हैं।
बतौर ग्राहक आपकी मांग होती है कि जो आप खाद्य पदार्थ ले रहे हैं वो मिलावट से दूर हो और गुणवत्ता व शुद्धता के मामले में पूरी तरह परखा हुआ हो। ऐसी बहुत ही कम कंपनियां हैं, जो ग्राहकों की उम्मीदों पर खरी उतरती हैं और उनकी ज़रूरतों को पूरा करती हैं। RLRC Pvt. Ltd. (ROHILKHAND LABORATORY & RESEARCH CENTRE PRIVATE LIMITED) उन्हीं कंपनियों में से एक है, जो खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता का आंकलन करती है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्राहकों की ज़रूरत को पूरा करना है। यह कंपनी अपने परीक्षण परिणामों की गुणवत्ता और रिपोर्ट के प्रति पूरी तरह से गंभीर है और उस पर पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम करती है।
RLRC एक पूर्ण सेवा विश्लेषणात्मक प्रयोगशाला है। इसकी प्रयोगशाला में अत्याधुनिक उपकरण हैं, जो Shimadzu, Anton Paar, Nucon, Metrohm, Remi, Olympus, Spectro आदि विश्व स्तरीय कंपनियों से आते हैं। इस प्रयोगशाला की विशालता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि यह न केवल खाद्य उद्योग में, बल्कि कृषि क्षेत्र और खाद्य तेल उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों में भी परीक्षण की सुविधा देती है। खास बात यह है कि RLRC विश्वस्तरीय परिष्कृत उपकरणों, तकनीक और प्रबंधन स्टाफ से सुसज्जित है, जो ग्राहकों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए सटीक और विश्वसनीय समाधान प्रदान करती है।
खाद्य सुरक्षा हर किसी के लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। खाद्य सुरक्षा मानक और गुणवत्ता को बरकरार रखना RLRC की नीति रही है। इनकी प्रयोगशाला में जो भी परीक्षण होता है वह FSSAI, BIS, ISO, ASTM, CPCB, Agmark इत्यादि विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार किया जाता है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए अनुसंधान प्रयोगशालाओं को अपडेट करना बहुत ही ज़रूरी है। इस मामले में RLRC काफी आगे है। इस प्रतिष्ठान ने हर तरह से अपनी प्रयोगशाला को आधुनिक रूप दिया है।
इसके पास विश्वस्तरीय तकनीक की जानकारी रखने वाले कर्मचारी और वैज्ञानिक हैं, जो अनुसंधान और विकास कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह उद्योगों को विभिन्न समस्याओं के लिए परामर्श के रूप में समाधान भी प्रदान करती है। इनके कर्मचारियों को आंतरिक और बाहरी विशेषज्ञों द्वारा निरंतर प्रशिक्षण दिया जाता है।
RLRC कंपनी शिक्षा के क्षेत्र में भी अहम योगदान दे रही है और भविष्य के लिए कुशल कर्मचारी तैयार कर रही है। इनकी प्रयोगशाला में आईआईटी बीएचयू, एनआईटी, एचबीटीयू कानपुर आदि जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों से छात्र प्रशिक्षण के लिए आते हैं। इनका उद्देश्य, उत्पादों की गुणवत्ता के परीक्षण के साथ-साथ ज़्यादा रोज़गार के अवसर प्रदान करना है। बता दें कि रोहिलखंड प्रयोगशाला और अनुसंधान केंद्र तेल और वसा, जल, दूध और दूध उत्पाद, माइक्रोबायोलॉजी, मृदा खाद्य पदार्थ और कीटनाशकों आदि विभिन्न क्षेत्रों में परीक्षण करती है।
बात अगर सर्विस की करें तो RLRC की सर्विस हमेशा से ही अच्छी रही है। यह उच्च गुणवत्ता उपायों को नियोजित करके उच्च स्तर की सेवा के लिए प्रतिबद्ध है। इनकी सेवा उच्च निष्ठा, समर्पण और सख्त गोपनीयता के माध्यम से नियोजित व्यावसायिकता को दर्शाती है। आज अगर RLRC तेज़ी से आगे बढ़ रही है और भरोसेमंद लेबोरेटरी और रिसर्च सेंटर के रूप में देश-दुनिया में नाम कमा रही है, तो इसके पीछे डॉ. आर.पी. सिंह, श्रीमती स्वाति खण्डेलवाल और श्रीमती रिचा खण्डेलवाल की दूरदर्शिता व कुशल नेतृत्व है। डॉ. आर.पी. सिंह के पास विश्लेषणात्मक परीक्षण के क्षेत्र में 40 वर्षों से अधिक का अनुभव है।
किसी उत्पाद की गुणवत्ता और शुद्धता तभी निखरकर सामने आती है जब प्रयोगशाला में तकनीक का इस्तेमाल करते हुए बेहतर ढंग से उसका परीक्षण किया गया हो। RLRC कंपनी समयबद्ध तरीके से सटीक परीक्षण सेवाएं प्रदान करती आई है। गुणवत्ता और पूर्णता का पालन करते हुए ग्राहक और व्यावसायिक सहयोगियों के साथ मजबूत सहयोग करना इसका हमेशा प्रयास रहा है।