ज्यादा शोर और तेज रोशनी न बन जाएं पेट्स के लिए परेशानी का सबब, ऐसे करें उनकी केयर
त्योहार जहां आपके लिए खुशियां लाते हैं वहीं पेट्स के लिए परेशानी। इन्हें तकलीफ से बचाने के लिए इन बातों का ध्यान रखें।
त्योहार जहां हमारे लिए हंसने-खिलखिलाने का मौका लेकर आते हैं, वहीं पेट्स के लिए तकलीफ का कारण बनते हैं। खासकर दीपावली पर चलाए जाने वाले पटाखे और तेज़ रोशनी उन्हें सुकून से नहीं रहने देती। सबसे ज़्यादा परेशानी डॉगी को होती है, क्योंकि उनकी सुनने की क्षमता इंसान के मुकाबले कहीं अधिक होती है। सोचकर देखिए, ज़्यादा शोर-शराबे से जब इंसान परेशान हो जाता है तो जानवरों को कितनी तकलीफ होती होगी। शोध बताते हैं कि ज़्यादा शोर और तेज़ रोशनी की वजह से वे तनावग्रस्त, नर्वस और सहम जाते हैं। प्रकाश पर्व पेट्स के लिए परेशानी का सबब न बनें, इसलिए इन बातों का ध्यान रखें।
1. अड़ोस-पड़ोस से आने वाले शोर को तो रोका नहीं जा सकता लेकिन खुद पर तो कंट्रोल किया जा सकता है। इसलिए घर के जिस हिस्से में डॉगी हो वहां खुद पटाखे नहीं चलाएं।
2. शोर की वजह से अगर वह ज़्यादा परेशान हो रहा है तो उसे किसी ऐसी जगह शिफ्ट कर दें, जहां उसके कानों तक कम शोर पहुंचे। वहां की बॉलकनी बंद कर दें और परदे गिरा दें। फिर भी शोर पहुंचे तो टीवी या म्यूजि़क चला दें। इससे बाहर से आने वाली आवाज़ पर कुछ रोक लग सकेगी।
3. दीपावली शॉपिंग के दौरान ऑनलाइन या किसी पेट स्टोर से डॉगी के लिए ईयर मफ्स या कपड़े के बने कवर खरीदें। इन्हें त्योहार की रात उसे पहना दें।
4. अपने पेट्स को बेहतर महसूस कराने के लिए कई बार हम तकनीकी चीज़ें तो जुटा लेते हैं लेकिन अपने व्यवहार और उनके लिए ज़रूरी प्यार-दुलार पर ध्यान नहीं देते। इसलिए दीपावली पर उन्हें अकेलापन महसूस न होने दें। हालांकि उन दिनों आप भी व्यस्त होंगे, फिर भी काम के बीच में उनके साथ कभी खेल कर तो कभी पुचकार कर उन्हें अपनी मौज़ूदगी का अहसास कराते रहें। साथ ही उनके पास पानी से भरा बर्तन, उनके खाने की चीज़ें और कुछ खिलौने रखें। अच्छा परिवेश और आपकी उपस्थिति उनकी तकलीफ कुछ कम कर देगी।5. दीपावली वाले दिन कई बार डॉगी डर से कहीं भाग जाते हैं। इसलिए उन्हें पट्टा ज़रूर पहनाएं और उस पर अपना नाम-पता लिखें ताकि खोने की स्थिति में उन्हें आप तक पहुंचाने में किसी को दिक्कत न आए।
6. कुछ लोग दीपावली पर शहर से बाहर घूमने का कार्यक्रम बना लेते हैं। अगर आप भी कहीं घूमने जा रहे हैं तो उन्हें साथ लेकर जाएं और किसी पेट्स फ्रेंडली होमस्टे में रहें।
7. दिन के वक्त डॉगी को सोने न दें। ज़्यादा समय तक जगाए रखने के लिए उन्हें खेल में बिज़ी रखें। थकान की वजह से रात में शोर-शराबे के दौरान इन्हें नींद आ जाएगी।
8. फर्स्ट ऐड बॉक्स तैयार रखें जिससे चोट लगने या कोई और तकलीफ होने पर उसे तुरंत दवा दी जा सके।9. अपने पेट्स का ध्यान तो सब रखते हैं लेकिन आवारा डॉगीज़ की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। त्योहार पर उन्हें परेशानी न होने देना भी हमारी ही जि़म्मेदारी है। इसलिए उनके लिए भी पानी, दूध या डॉगीज़ बिस्किट्स रखें। संभव हो तो उन्हें गैराज़ या ऐसी ही किसी जगह पर शिफ्ट कर दें।
वंदना अग्रवाल