Buddha Jayanti 2020: बुद्ध के अनमोल वचन, जो जीवन के लिए हैं लाभकारी
Buddha Jayanti 2020 भगवाद बुद्ध ने लोगों को जीने का रास्ता बताया। दुनिया भर में उनके अनुयाई उनके उपदेशों का पालन करते हैे और उनके बताए हुए रास्ते पर चलते का प्रयत्न करते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। बुद्ध जयंती 7 मई को मनाई जाएगी। इसे बुद्ध जयंती के रूप में भी जाना जाता है, जो बौद्धों का सबसे पवित्र त्योहार है। बुद्ध पूर्णिमा को भगवान बुद्ध की याद में मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि गौतम बुद्ध ने आत्मज्ञान प्राप्त किया और उसी दिन उनका निधन हो गया। बौद्ध धर्म भारत की श्रमण परम्परा से निकला धर्म और महान दर्शन है।
बौद्ध धर्म दुनिया के चार बड़े धर्मों में से एक है। ईसाई धर्म के बाद बौद्ध धर्म दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा धर्म है। दुनिया के 200 से अधिक देशों में बौद्ध अनुयायी मौजूद हैं। जिंदगी में जब हम अपने पथ से भटक जाते हैं तो भगवाद बुद्ध के उपदेश सदा ही हमें जीवन का सही रास्ता बताते हैं। आइए बुद्ध पूर्णिमा के खास मौके पर आपको भगवान बुद्ध के उन खास उपदेशों के बारे में बताते हैं, जो उन्होंने लोगों को दिए। ये उपदेश हमारे जीवन को सदा रोशन करेंगे।
गौतम बुद्ध के कोट्स
हम जो कुछ भी है वो हमने आज तक क्या सोचा है,
इस बात का परिणाम है जो सोचते हैं, वो बन जाते हैं।
हजारों खोखले शब्दों से अच्छा वह एक शब्द है जो शांति लाएं।
तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकती,चंद्रमा, सूर्य और सत्य।
तीन चीजें ज्यादा देर तक नहीं छुप सकती,चंद्रमा, सूर्य और सत्य।
क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी और पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के समान है
इसमें आप ही जलते हैं।
मै कभी नही देखता कि क्या किया जा चुका है,
मैं हमेशा देखता हूं कि क्या किया जाना बाकी है।
आप केवल वहीं खाते हैं, जिसमे आप चिपक जाते हैं।
हर सुबह हम पुन: जन्म लेते हैं हम आज क्या करते है यही सबसे अधिक मायने रखता है।
एक मोमबत्ती से हजारों मोमबत्तियां जलाई जा सकती है,
और उस मोमबत्ती का जीवन घटेगा नहीं, खुशी कभी भी बांटने से घटती नहीं है।
यदि आप दिशा नहीं बदलते हैं तो संभवत : आप वहीं पहुंच जाएगे जहां आप जा रहे हैं।
क्रोध को पाले रखना खुद जहर पीकर दूसरे के मरने की अपेक्षा करने के समान है।
Written By Shahina Noor