Move to Jagran APP

World AIDS Day 2020: एचआईवी और एड्स में क्या है फर्क, जानें इनके लक्षण!

World AIDS Day 2020 एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान के शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इतने सालों और कई शोध के बाद आज भी एड्स का न कोई प्रभावी इलाज है और न ही वैक्सीन है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 01 Dec 2020 11:14 AM (IST)Updated: Tue, 01 Dec 2020 11:14 AM (IST)
World AIDS Day 2020: एचआईवी और एड्स में क्या है फर्क, जानें इनके लक्षण!
एचआईवी और एड्स में क्या है फर्क, जानें इनके लक्षण!

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। World AIDS Day 2020: हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पूरी दुनिया के लोगों को एड्स के बारे में जागरुक करने के लिए मनाया जाता है। एड्स ह्यूमन इम्यूनो डेफिशियेंसी (एचआईवी) वायरस के संक्रमण के कारण होने वाला रोग है। अमेरिका के राष्ट्रपति ने साल 1995 में विश्व एड्स दिवस के लिए एक आधिकारिक घोषणा की थी, जिसके बाद से दुनिया भर में विश्व एड्स दिवस मनाया जाने लगा। 

loksabha election banner

एड्स एक ऐसी बीमारी है जिसमें इंसान के शरीर में संक्रमण से लड़ने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इतने सालों और कई शोध के बाद आज भी एड्स का न कोई प्रभावी इलाज है और न ही वैक्सीन है। कई लोगों को एड्स और एचआईवी में अंतर का पता नहीं होता। मानव इम्यूनोडिफ़िशिएंसी वायरस / एक्वायर्ड इम्यून डेफ़िसिएन्सी सिंड्रोम (एचआईवी / एड्स) (HIV/AIDS) को अक्सर एक ही माना जाता है। हालांकि, एचआईवी और एड्स न तो एक ही स्थिति हैं और न ही इनका निदान एक है। 

क्या है एचआईवी और एड्स में अंतर

एचआईवी एक वायरस है जो सीडी 4, शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सफेद रक्त कोशिका का एक प्रकार पर हमला करता है। एक व्यक्ति जिसे एचआईवी पॉजिटिव पाया गया है उसे मामूली चोट या बीमारी से भी उबरना मुश्किल होगा। एचआईवी संक्रमण और बीमारी से लड़ने की शरीर की क्षमता को कम करता है। जबकि शरीर कई वायरस से लड़ने में सक्षम है। एचआईवी एक ऐसा वायरस है जिसे कभी भी शरीर से हटाया नहीं जा सकता है। 

दूसरी ओर, एड्स एक बीमारी है जो कई लक्षणों का कारण बनती है। एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति को समय पर एड्स के लक्षण विकसित होने की संभावना है अगर व्यक्ति एचआईवी के लिए उपचार नहीं लेते हैं। एक व्यक्ति को एड्स विकसित किए बिना एचआईवी हो सकता है, हालांकि एचआईवी के बिना एड्स विकसित करना संभव नहीं है।

एचआईवी क्या है?

हमारे शरीर में सीडी 4 कोशिकाएं या टी कोशिकाएं हैं, जो हमें स्वस्थ रखती हैं। एचआईवी इन कोशिकाओं पर हमला करता है और उनकी संख्या को कम करता है। इससे व्यक्ति बैक्टीरिया और वायरस से होने वाले संक्रमण की गिरस्त में आ जाता है। एंटीरेट्रोवायरल ड्रग थेरेपी की मदद से सीडी 4 कोशिकाओं के विनाश को नियंत्रित किया जा सकता है। आप स्तन के दूध, योनि द्रव, वीर्य और रक्त के सीधे संपर्क में आने से एचआईवी से संक्रमित हो सकते हैं। वायरस आमतौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संभोग के ज़रिए, गर्भावस्था के दौरान मां से बच्चे के संक्रमण और एक इंजेक्शन का उपयोग कई लोगों के लिए करने से हो सकता है। 

एचआईवी के लक्षण

एचआईवी से संक्रमित व्यक्ति को ऐसा लगता है कि वह फ्लू से पीड़ित है। शुरुआती लक्षणों में थकान, सिरदर्द, बुखार, चकत्ते, रात में पसीना आना और गर्दन, कमर व लिम्फ नोड्स में सूजन शामिल हैं।

एड्स क्या है? 

जब एचआईवी का इलाज नहीं किया जाता है, तो इससे एड्स हो सकता है। एड्स एचआईवी का तीसरा और सबसे उन्नत चरण है। एक व्यक्ति जिसका एचआईवी का इलाज नहीं किया गया है, उसे एड्स विकसित होने की संभावना रहती है। एड्स होने से पहले एक व्यक्ति लगभग 10 से 15 साल तक एचआईवी वायरस के साथ रह सकता है। 

एड्स के लक्षण

रात को पसीना आना, अवसाद, याददाश्त में कमी, अचानक वज़न कम होना, बार-बार बुखार आना, निमोनिया, त्वचा, नाक, पलकें या मुंह पर धब्बे, बिना किसी कारण के थकान महसूस होना।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.