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Covid-19 Vaccine Advisory: किन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोविड-19 वैक्सीन 'कोवैक्सिन'?

Covid-19 Vaccine Advisory कोविड वैक्सीन प्रोगाम को शुरू हुए कुछ ही दिन में भारत बायोटेक ने अपनी फैक्ट शीट जारी की है जिसमें पूरे प्रोसेस के साथ ये भी बताया गया है कि किसे वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 01:53 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 01:53 PM (IST)
Covid-19 Vaccine Advisory: किन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोविड-19 वैक्सीन 'कोवैक्सिन'?
किन लोगों को नहीं लगवानी चाहिए कोविड-19 वैक्सीन 'कोवैक्सिन'?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Covid-19 Vaccine Advisory: भारतीय सरकार ने 16 जनवरी को देश में कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए वैक्सीन की सबसे बड़ी ड्राइव लॉन्च की थी। आपको बता दें कि पिछले साल महामारी का रूप लेने वाले कोरोना वायरस ने भारत में अभी तक करीब 1.5 लाख लोगों की जान ली है।

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16 जनवरी को शूरू हुई वैक्सीनेशन ड्राइव में डॉक्टर जो वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहे हैं- कोवीशील्ड, जिसे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने बनाया है और कोवैक्सिन जिसे भारत बायोटेक ने बनाया है। हालांकि, वैक्सीन प्रोगाम को शुरू हुए कुछ ही दिन में, भारत बायोटेक ने अपनी फैक्ट शीट जारी की है, जिसमें पूरे प्रोसेस के साथ ये भी बताया गया है कि किसे वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए। 

भारक बायोटेक की वेबसाइट की फैक्ट शीट के मुताबिक, अगर कोई व्यक्ति किसी तरह की एलर्जी, बुख़ार, ब्लीडिंग डिसऑर्डर या फिर खून को पतला करने की दवाई पर है, तो उसे कोविड-19 वैक्सीन 'कोवैक्सिन' नहीं लगवानी चाहिए। इसमें ये भी कहा गया है कि गर्भवती और स्तनपान करने वाली महिलाओं को कोवैक्सिन लेने से भी बचना चाहिए।

 

कंपनी के अनुसार, जिन लोगों की प्रतिरक्षा कमज़ोर है, या फिर ऐसी किसी दवा पर हैं जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होती है, और जिन लोगों को कोविड-19 की कोई और वैक्सीन लग चुकी है, उन्हें भारत बायोटेक की वैक्सीन नहीं लगवानी चाहिए।

तो किन लोगों को लगवाना चाहिए कोवैक्सिन शॉट्स?

भारत बायोटेक की फैक्ट शीट में कहा गया है कि CDSCO ने नैदानिक ​​परीक्षण मोड के तहत टीके के प्रतिबंधित उपयोग को अधिकृत किया है।

"जिन व्यक्तियों को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सार्वजनिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत प्राथमिकता दी गई है, उन्हें इस प्रयास के तहत कवर किया जाएगा। जिन लोगों को पूर्व-निर्दिष्ट बूथों पर कोवैक्सिन दी जाएगी उनके पास वैक्सीन को प्राप्त करने या फिर उसे अस्वीकार करने का विकल्प होगा। कंपनी के अपने दस्तावेज़ में कॉवैक्सिन में शामिल सामग्री के बारे में भी विस्तार से बताया है। इसमें 64-पूर्ण-विरिअन निष्क्रिय SARS-CoV-2 के एंटीजन शामिल हैं (Strain: NIV-2020-770)। और अन्य निष्क्रिय तत्व जैसे एल्यूमीनियम हाइड्रॉक्साइड जेल (250 μg), TLR 7/8 एगोनिस्ट (imidazoquinolinone) 15 μg, 2-phenoxyethanol 2.5 mg, और फॉस्फेट बफर सलाइन 0.5 ml तक। इस तरह इस वैक्सीन को उपरोक्त रसायनों के साथ निष्क्रिय या मरे हुए वायरस का उपयोग करके विकसित किया गया है।

कोवैक्सिन को हाथ के ऊपरी हिससे के डेल्टॉइड मांसपेशी में एक इंजेक्शन की मदद से लगाया जाता है। इसकी दो डोज़ हैं, जिसे चार हफ्ते के अंतर में लगाया जाएगा। 


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