सिरके वाली प्याज़ न सिर्फ बढ़ाती है स्वाद बल्कि करती है इन 5 बीमारियों का भी उपचार!
छोटी लाल प्याज को सिरके में डालने के बाद वो विटामिन खनिजों के अलावा विटामिन B9 और फोलेट से भरपूर हो जाती है जो दिल और पाचन को ठीक रखती है। इसमें प्रोबायोटिक्स और कई गट फ्रेंडली एंजाइम पैदा होते हैं जो पाचन को ठीक रखते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। प्याज़ हमारे खाने का अहम हिस्सा है। प्याज के बिना खाने का स्वाद अधूरा है। यह ना सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाती है बल्कि यह बॉडी को डिटॉक्स भी करती है। इसे खाने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, साथ ही पाचन भी दुरूस्त रहता है। गैस्ट्रिक सिंड्रोम का बेहतरीन इलाज है प्याज जो कब्ज़ से भी निजात दिलाती है। प्याज का इस्तेमाल अगर सिरके साथ किया जाए तो उसके फायदे दोगुने हो जाते हैं। प्याज को सिरके में डालने से उसकी न्यूट्रिशन वैल्यू लॉक हो जाती है।
छोटी लाल प्याज को सिरके में डालने के बाद वो विटामिन, खनिजों के अलावा, विटामिन B9 और फोलेट से भरपूर हो जाती है जो दिल की सेहत में सुधार करती है, साथ ही पाचन को भी ठीक रखती है। इसमें प्रोबायोटिक्स और कई गट फ्रेंडली एंजाइम पैदा होते हैं जो पाचन को ठीक रखते हैं। आइए जानते हैं कि प्याज़ को सिरके में डालकर खाने से सेहत को कौन-कौन से फायदे होते हैं।
कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है:
कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि प्याज खराब कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम करने में मदद कर सकती हैं। रोजाना सिरके वाली प्याज खाने से अच्छे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को 30% तक बढ़ाने में मदद मिल सकती है।
शुगर को कंट्रोल करती है:
प्याज में एलिल प्रोपाइल डाइसल्फाइड होता है जो ब्लड में शुगर का स्तर संतुलित करने में मदद करता है। कई शोध में यह बात सामने आई है कि व्हाइट विनेगर रक्त शर्करा को कम करने में मदद करता है।
कैंसर का जोखिम कम करता है:
कई अध्ययनों से पता चलता है कि प्याज खाने से पेट और स्तन कैंसर से बचाव किया जा सकता है। प्याज का सिरके में 24 घंटे से ज्यादा डिप नहीं करना चाहिए, वरना प्याज़ गलने लगती है और उसका स्वाद खो जाता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करती है:
सिरके के साथ प्याज़ का सेवन करने से इम्यूनिटी इम्प्रूव होती है। आप हेल्दी रहना चाहते हैं तो प्याज का इस्तेमाल सिरके के साथ करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।