Health Diet for Thyroid : जानें थायराइड क्या है, और थायराइड में कैसा हो आपका आहार
Health Diet for Thyroid आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म और गॉइटर दो तरह के थायराइड होते हैं। इस बीमारी के प्रभाव से शरीर में आयोडीन का उत्सर्जन नहीं होता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। ख़राब दिनचर्या और स्ट्रीट फ़ूड खाने से शरीर में कई तरह की बीमारियां जन्म लेती है। जिसमें एक थायराइड है। इस बीमारी में आप किसी काम को करने से बड़ी जल्दी थक जाते हैं, या थका हुआ महसूस करते हैं। इसके साथ ही थायराइड में आपका वजन भी बड़ी तेज़ी से बढ़ने लगता है। ऐसे में आज हम आपको थायराइड क्या है, थायराइड कितने प्रकार के होते हैं, और थायराइड में आपका आहार कैसा होना चाहिए ? इस बारे में बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं।
थायराइड क्या है?
गले में थायराइड ग्रंथि होती है जो टी3 यानी ट्राईआयोडोथायरोनिन, टी4 थायरॉक्सिन और कैल्सीटोनिन हॉर्मोंस उतसर्जित करती है। जिसका प्रभाव पाचन तंत्र, कोलेस्ट्रॉल शरीर के तापमान और वजन पर पड़ता है। ये प्रभाव कभी कम, तो कभी ज्यादा पड़ता है। इससे शरीर में आमचुल परिवर्तन होता है। इस प्रभाव को ही थायराइड कहते हैं।
थायराइड के प्रकार
गॉइटर ( आयोडीन की कमी )
हाइपोथायराइडिज्म
हाइपरथायराइडिज्म
हाशिमोटो थायराइडिटिस
थायराइड कैंसर
आयोडीन की कमी से हाइपोथायरायडिज्म और गॉइटर दो तरह के थायराइड होते हैं। इस बीमारी के प्रभाव से शरीर में आयोडीन का उत्सर्जन नहीं होता है अथवा न के बराबर होता है। ऐसी स्थिति में हमें आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक से अधिक सेवन करना चाहिए। थायराइड में आपका आहार कैसा हो।
मछली
जिन लोगों को थायराइड की शिकायत है। उन्हें अपने भोजन में मछली को जरूर जोड़ना चाहिए, क्योंकि मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड और सेलेनियम पाए जाते हैं जो थायराइड हार्मोन को बैलेंस्ड करता है। इसके लिए आप अपने डाइट में साल्मन या टूना मछली को जोड़ें। साथ ही आप सी फ़ूड भी ऐड कर सकते हैं।
अंडे
अंडे में आयोडीन और प्रोटीन प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसलिए संडे हो या मंडे रोज खाएं अंडे। इसके सेवन से हाइपोथायरायडिज्म थायराइड व हाइपरथायरायडिज्म थायराइड की समस्या कम होती है। इससे आपके शरीर में प्रोटीन की कमी भी दूर होगी, और शरीर को ऊर्जा मिलेगी। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक है तो आप अंडे के येलो पार्ट को न खाएं।
अलसी के बीज
इसमें जिंक, सेलेनियम,आयोडीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड पाए जाते हैं जो आपको थायराइड के साथ साथ अन्य बीमारियों से भी सुरक्षित रखता है। चूंकि इसमें आयोडीन की अधिकता होती है। इसलिए इसके सेवन से गॉइटर थायराइड नियंत्रित होता है। आप अलसी के बीज का तेल भी अपने फ़ूड में जोड़ सकते हैं।