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क्या है एंजियोप्लास्टी और कब पड़ती है इसकी जरूरत

विशेषज्ञों की मानें तो दिल की रक्तधमनियों में ब्लड क्लॉट बनने से रक्त प्रवाह सही से नहीं हो पाता है। जबकि ब्लड क्लॉट बनने से रक्तधमनियों में ब्लॉकेज आ जाती है। इस वजह से सीने में दर्द होता है सांस लेने में तकलीफ होती है और पसीना आने लगता है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 05:40 PM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:40 PM (IST)
क्या है एंजियोप्लास्टी और कब पड़ती है इसकी जरूरत
इस सर्जरी के माध्यम से रक्तधमनियों को चौड़ा किया जाता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। महशूर क्रिकेटर कपिल देव को दिल का दौरा पड़ा है। इसके बाद उन्हें आनन-फानन में अस्पताल में एडमिट किया गया था। जहां इलाज के दौरान एंजियोप्लास्टी ( Angioplasty)की गई। इसके बाद से उनकी सेहत में सुधार है। इस बात की पुष्टि हॉस्पिटल प्रशासन ने की है। इससे पहले बीती रात को कपिल देव ने सीने में दर्द की शिकायत की थी। फ़िलहाल कपिल देव अस्प्ताल में स्वस्थ हैं। वहीं, कपिलदेव के फैन उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। जबकि जानी-मानी हस्ती भी कपिल देव के दीर्घायु की शुभकामनाएं दे रहे हैं। आमतौर पर दिल का दौरा पड़ने के बाद एंजियोप्लास्टी की जाती है। इससे मरीज को ह्रदय संबंधी तकलीफों से राहत मिलता है। अगर आपको एंजियोप्लास्टी के बारे में नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि एंजियोप्लास्टी क्या है और कब इसकी जरूरत पड़ती है-

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क्या है एंजियोप्लास्टी

एंजियोप्लास्टी एक प्रकार की सर्जरी है। इस सर्जरी के माध्यम से रक्तधमनियों को चौड़ा किया जाता है। इससे रक्तप्रवाह ठीक हो जाता है। इसे कई नामों से जाना जाता है। कई मौके पर लोग एंजियोप्लास्टी बाईपास सर्जरी और बैलून एंजियोप्लास्टी भी कहते हैं। चिकित्सा के इस तकनीक से ह्रदय की सभी समस्याओं का निवारण हो जाता है।

कब इसकी जरूरत पड़ती है

विशेषज्ञों की मानें तो दिल की रक्तधमनियों में ब्लड क्लॉट बनने से रक्त प्रवाह सही से नहीं हो पाता है। जबकि ब्लड क्लॉट बनने से रक्तधमनियों में ब्लॉकेज आ जाती है। इस वजह से सीने में दर्द होता है, सांस लेने में तकलीफ होती है, घबराहट महसूस होती है और पसीना आने लगता है। ऐसी स्थिति में मरीज को तुरंत उपचार की जरूरत होती है। अगर लापरवाही बरतते हैं, तो खतरनाक साबित होता है। डॉक्टर्स एंजियोप्लास्टी के माध्यम से उपचार करते हैं। इससे मरीज को तत्काल आराम मिलता है।  

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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