Good vs Bad Germs: गुड बैक्टीरिया के कम हो जाने पर प्रोबायोटिक लेना क्यों हो जाता है जरूरी, जानिए
Good vs Bad Germs असंख्य बैक्टीरिया Fermentation के माध्यम से भोजन को तरल पोषक तत्व में बदलते हैं। ये बैक्टीरिया कई तरह के विटामिन फॉलकि एसिड नियासिन और अन्य पोषक तत्व बनाते हैं। यह बैक्टीरियां कई बीमारियों से हमारे शरीर की सुरक्षा करते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। हमारे शरीर में करोड़ों बैक्टीरिया पाए जाते हैं, इनमें से ज्यादातर गुड यानी स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। मनुष्य की आंत में अगर गुड बैक्टीरिया न हो तो भोजन पचेगा ही नहीं। माना जाता है कि हमारे शरीर में 100 ट्रिलियन अच्छे बैक्टीरिया पा जाते हैं। आंत में पाए जाने वाले असंख्य बैक्टीरिया Fermentation के माध्यम से भोजन को तरल पोषक तत्व में बदल देते हैं। ये बैक्टीरिया कई तरह के विटामिन, फॉलकि एसिड, नियासिन और अन्य पोषक तत्व बनाते हैं। यह बैक्टीरियां कई बीमारियों से हमारे शरीर की सुरक्षा करते हैं।
जिस तरह हमारी सेहत जरूरी है, उसी तरह शरीर में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया की सेहत का हमें ख्याल रखना चाहिए। ऐसे में हमें यह देखना होगा कि ये बैक्टीरिया मरे नहीं। अगर यह मरते हैं तो ऑवरऑल हमारी सेहत पर असर पड़ता है। आमतौर पर खतरनाक बैक्टीरिया शरीर में कई तरह के नुकसान पहुंचाते हैं। न्यूमोनिया, मेनिनजाइटिस, स्टेप थ्रोट, फुड प्वाइजनिंग जैसी कई बीमारियां खतरनाक बैक्टीरिया के कारण ही होती है। इन्हें शरीर में मारने के लिए एंटीबायोटिक का इस्तेमाल किया जाता है। एंटीबायोटिक दवाइयों का इस्तेमाल आजकल बहुत धड़ल्ले से होने लगा है। लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा लेने और बिना डॉक्टर की सलाह के लेने से कई तरह के नुकसान उठाने पड़ते हैं। इसलिए इन बैक्टीरिया को शरीर में बढ़ाने के लिए प्रोबायोटिक का लेना बहुत जरूरी है।
इस तरह के आसानी से उपलब्ध प्रोबायोटिक का इस्तेमाल करें:
- योगर्ट
- बटर मिल्क
- चीज विद लाइव एक्टिव कल्चर यानी कच्चा चीज़
- इडली
- ये fermented फूड भी प्रोबायोटिक है
- बियर
- मिजो
- चॉकलट
- किमची
- खमीर वाले ब्रेड
- इसके अलावा कई तरह के प्रोबायोटिक बाजार में भी उपलब्ध हैं जो गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं।
Written By: Shahina Noor