Weight Loss Tips: पेट की चर्बी घटाने के लिए रोजाना खाली पेट करें इस ड्रिंक का सेवन
Weight Loss Tips आयुर्वेद में तुलसी के पत्तों का औषधि रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत और सुंदरता के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। डॉक्टर्स भी कोरोना वायरस महामारी दौर में तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने की सलाह देते हैं।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Weight Loss Tips: सनातन धर्म में तुलसी पूजनीय पौधा है। प्राचीन समय से तुलसी के पौधे की पूजा की जाती है। आधुनिक समय में अधिकांश घरों में तुलसी के पौधे देखने को मिल जाएंगे। आयुर्वेद में तुलसी के पत्तों का औषधि रूप में इस्तेमाल किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो सेहत और सुंदरता के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। डॉक्टर्स भी कोरोना वायरस महामारी दौर में तुलसी के पत्तों का काढ़ा पीने की सलाह देते हैं। साथ ही बदलते मौसम में होने वाले मौसमी बुखार, सर्दी-खांसी में भी यह रामबाण दवा है। जबकि वजन घटाने में भी तुलसी दवा समान है। अगर आप भी अपने बढ़ते वजन को नियंत्रित करना चाहते हैं, तो सब्जा बीज का सेवन जरूर करें। आइए जानते हैं कि सब्जा बीज क्या है और कैसे इसका सेवन करना चाहिए-
सब्जा बीज क्या है
तुलसी की प्रजाति के पौधे से सब्जा के बीज प्राप्त होते हैं। विशेषज्ञों की मानें तो इसमें विटामिन, फाइबर, ओमेगा, प्रोटीन और फैटी एसिड पाए जाते हैं जो कई तरह की बीमारियों को दूर करने में सहायक होते हैं। इसके लिए सब्जा सीड का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है।
वजन घटाने में फायदेमंद
जैसा कि हम सब जानते हैं कि सब्जा बीज में फाइबर होता है। इसके सेवन से पेट हमेशा भरा रहता है और भूख कम लगती है। जबकि क्रेविंग (ज्यादा खाने) की समस्या से भी मुक्ति मिलती है। साथ ही प्रोटीन से शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। जबकि कोरोना काल में काढ़ा पीने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
कैसे करें सेवन
इसके लिए रात में सोने से पहले सब्जा बीज को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें। अगले दिन सुबह में खाली पेट इसका सेवन करें। आप चाहे तो शहद और नींबू डालकर स्मूदी बना सकते हैं। रोजाना सुबह में खाली पेट सेवन करने से मोटापे में बहुत जल्द आराम मिल सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।