Benefits Of Padmasana :अगर रहना चाहते हैं स्वस्थ, तो रोज करें पद्मासन
Benefits Of Padmasanaअगर आप भी बिमारियों से दूर रहकर स्वस्थ और सुखी रहना चाहते हैं तो रोजाना योग जरूर करें।
नई दिल्ली, लाइफ स्टाइल डेस्क।Benefits Of Padmasana : भागदौड़ भरी ज़िंदगी में खुद को स्वस्थ रखना बहुत बड़ा चैलेंज है। जिस कारण आए दिन लोग बीमार पड़ते रहते हैं। इन बिमारियों के कई कारण हैं, जिसमें मानसिक तनाव और पारिवारिक जिम्मेदारी के साथ साथ ख़राब दिनचर्या शामिल है।
अगर आप भी बिमारियों से दूर रहकर स्वस्थ और सुखी रहना चाहते हैं तो रोजाना योग जरूर करें। इसे करने से न केवल मानसिक तनाव दूर होता है, बल्कि स्वास्थ्य भी सुदृढ़ होता है।
वैसे तो योग के कई आसन है, लेकिन मानसिक शांति और स्वस्थ शरीर के लिए पद्मासन सबसे बेस्ट योग है। इससे तनाव कम होते हैं, और शरीर में ऊर्जा का संचार होता है। तो चलिए आज हम आपको पद्मासन क्या है, इसके फायदे क्या हैं और इसे कैसे करना चाहिए, इसके बारे में बताते हैं।
पद्मासन क्या है
हर कोई स्वस्थ और सुखी रहना चाहता है। इसके लिए वे नाना प्रकार के तरीके अपनाते हैं, लेकिन उन्हें सफलता हाथ नहीं लगती है क्योंकि सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ तन और स्वस्थ मन जरूरी है। ऐसे में अगर आप रोजाना पद्मासन करते हैं तो आप मानसिक तनाव और खराब दिनचर्या से होने वाली बिमारियों से दूर रह सकते हैं।
पद्मासन-पद्म अर्थात कमल और आसन अर्थात बैठने की मुद्रा इन दो शब्दों से मिलकर बना है। जिस तरह कमल कींचड़ में रहकर भी स्वच्छ और खूबसूरत रहता है। ठीक उसी तरह भौतिक दुनिया में रहकर भी इस योग से आप स्वस्थ एवं सुखी रह सकते हैं।
पद्मासन के फायदे
दिमाग को शांत रखता है
अगर आप रोजाना पद्मासन करते हैं तो आपको मानसिक तनाव से मुक्ति मिलेगी। साथ ही आपका मन और दिमाग दोनों शांत रहेंगे।
ऊर्जा का होता है संचार
एक शोध के अनुसार अगर आप रोजाना 20 मिनट तक पद्मासन की मुद्रा में बैठते हैं तो इससे शरीर में अतिरक्त ऊर्जा का संचार होता है।
नींद
अक्सर लोगों को रात में नींद न आने की शिकायत रहती है। उनलोगों के लिए जिन्हें रात में नींद नहीं आती है, उनके लिए पद्मासन रामबाण दवा है। इससे तनाव कम होता है और रात में अच्छी नींद आती है।
कैसे करें पद्मासन
इसके लिए सुबह में जल्दी जगें, और सूर्य की दिशा में एक मैट बिछाकर प्राणायाम मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद अपनी कमर और गर्दन को एक सीध में सीधा रखें। अब दोनों पैरों को बारी-बारी से बाईं और दाईं थाई पर रखें। अपने शरीर को नार्मल करें और फिर हाथों को ज्ञानमुद्रा में लाकर अपने घुटनों पर रखें। इसके बाद धीरे धीरे सांस लें, और छोड़ें। ऐसा आप दिन में जब भी मौका मिले करें, लेकिन रोज सुबह में जरूर करें। ऐसा करने से आपको तनाव से संबंधित कोई बीमारी नहीं होगी।