लॉकडाउन में जरूरी दवाओं के सेवन के साथ तनाव से दूरी बनाकर दिल के मरीज रह सकते हैं स्वस्थ
लॉकडाउन में हार्ट पेशेंट्स कैसे रखें खुद को हेल्दी ये जानना बहुत जरूरी है। महज कुछ छोटे-मोटे बदलावों से ही आप रख सकते हैं खुद का ख्याल। एक्सर्ट से जानते हैं इसके बारे में...
दिल के मरीजों के लिए लॉकडाउन निश्चित तौर पर दिक्कतों भरा है। कई पेशेंट लंबे समय से न तो ब्लड प्रेशर नपवा सके हैं और न ही डॉक्टर से मिल पाए हैं। हॉस्पिटल की ओपीडी बंद हो जाने से उनको प्रॉब्लम का सामना करना पड़ रहा है, ऐसे में सबसे जरूरी है कम से कम तनाव लेना। साथ ही नियमित दवा खाने के साथ हेल्दी लाइफस्टाइल को मेनटेन किए रहना। इसके अलावा और क्या है जरूरी, जानेंगे इसके बारे में...
दिल के मरीज ऐसे करें देखभाल
* हार्ट पेशेंट्स के लिए इस वक्त सबसे जरूरी दो ही चीज़ें हैं। नबंर एक कि वह घर पर ही रहें और पूरी तरह से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
* हार्ट पेशेंट्स घर पर रहें, फैमिली के साथ समय बिताएं और टेंशन फ्री रहें। ज्यादा तनाव लेने से हार्ट की समस्या बढ़ सकती है।
बहुत जरूरी हो तो घर से निकले
ज्यादा समय तक घर में रहने से तनाव होना स्वाभाविक है। खासकर अफवाहों की वजह से दिल के मरीजों को ज्यादा परेशानी होती है। इससे उनका ब्लड प्रेशर घटता और बढ़ता रहता है। अगर घर के आसपास डिजिटल बीपी की मशीन मिलती है तो तत्काल नपवा लें। पौष्टिक भोजन और समय से दवा खाने से ब्लड प्रेशर स्टेबल हो जाता है। डॉक्टर से कॉल करके बात कर सकते हैं। बहुत जरूरी होने पर ही दिखाने जाएं।
ऐसे रखना होगा शेड्यूल
- लॉकडाउन है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि मरीज अपना रेग्युलर शेड्यूल डिस्टर्ब कर लें। अपनी दिनचर्या वैसे ही रखें, जैसे पहले चल रहा था।
- खुद को रिलैक्स रखें और अपनी नींद पूरी करें। डायट प्रॉपर लें और दवाइयों को लेकर लापरवाही न बरतें। ऐसे में दवाइयों का शेड्यूल भी डिस्टर्ब होता है।
- फिजिकली एक्टिव रहें। घर में वॉक और कसरत का रूटीन बना लें। अगर पहले से रूटीन है तो उसी सम पर उसे फॉलो करें। इससे बॉडी को क्लॉक सेट रखने में मदद मिलेगी।
डॉ पीयूष सक्सेना, हार्ट स्पेशलिस्ट से बातचीत पर आधारित
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