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Hypertension से राहत पाने के लिए यलंग-यलंग तेल का ऐसे करें इस्तेमाल

विशेषज्ञों की मानें तो 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को नियमित रूप से उच्च रक्त चाप की जांच करानी चाहिए। सामान्यतः 140/90 से ऊपर के रक्तचाप को हाइपरटेंशन कहा जाता है। जबकि 180/120 से ऊपर के दबाव को खतरनाक माना जाता है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Mon, 18 Jan 2021 08:56 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jan 2021 08:56 PM (IST)
Hypertension से राहत पाने के लिए यलंग-यलंग तेल का ऐसे करें इस्तेमाल
यलंग-यलंग तेल से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है।

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। आधुनिक समय में हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप की बीमारी आम बात हो गई है। इस बीमारी में दिल की धमनियों में रक्त संचरण बड़ी तेजी से होने लगता है। इस वजह से व्यक्ति को थकान, सीने में दर्द, सिर में तेज दर्द और सांस लेने मे तकलीफ आदि की समस्या होती है। इसका इलाज संभव है। अगर इलाज में लापरवाही बरतते हैं, तो यह खतरनाक साबित होता है। आंकड़ों की मानें तो देश में हाइपरटेंशन के तकरीबन 20 करोड़ मरीज हैं। इनमें 2 करोड़ लोग उच्च रक्त चाप को कंट्रोल में रखते हैं। इसके अतिरिक्त 18 करोड़ लोग हाइपरटेंशन को गंभीरता से नहीं लेते हैं। वहीं, अधिकांश लोगों को उच्च रक्त चाप के बारे में पता नहीं है।

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विशेषज्ञों की मानें तो 30 साल से अधिक उम्र के लोगों को नियमित रूप से उच्च रक्त चाप की जांच करानी चाहिए। सामान्यतः 140/90 से ऊपर के रक्तचाप को हाइपरटेंशन कहा जाता है। जबकि, 180/120 से ऊपर के दबाव को खतरनाक माना जाता है। इसके लिए आप दवा के साथ यलंग-यलंग समेत एसेंशियल ऑयल्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि कैसे यलंग-यलंग तेल हाई बीपी को कंट्रोल करने में फायदेमंद साबित होता है-

साल 2013 में Journal of Exercise Rehabilitation में एक शोध प्रकाशित हुई थी। इस शोध से खुलासा हुआ है कि यलंग-यलंग तेल से उच्च रक्तचाप को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए दो भिन्न कमरे में 14-14 लोगों को एक घंटे के रखा गया। पहले कमरे में महज हवा और रोशनी में लोगों ने समय बिताया। वहीं, दूसरे कमरे में लोगों को हवा, पानी और रोशनी के साथ-साथ यलंग-यलंग तेल की खुशबू थी। एक घंटे के बाद जब सभी लोगों के रक्त चाप को मापा गया, तो दूसरे कमरे में रहने वाले लोगों का रक्तचाप 115/66 से 97/59 हो गया था।

डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।


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