Hand Hygiene & Diseases: हाथ न धोने और ख़राब हाइजीन की वजह से फैल सकती हैं ये बीमारियां!
Hand Hygiene Diseases विभिन्न वस्तुओं और सतहों पर मौजूद रोगाणु हमारे उन चीज़ों को छूने से हाथों पर आ जाते हैं और अगर हम बिना हाथ धोए उन्हीं हाथों से अपने चेहरे आंखों नाक को छूते हैं तो वायरस का संक्रमण फैलता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Hand Hygiene & Diseases: हैंडवॉशिंग को कोरोनो वायरस संक्रमण और अन्य बीमारियों को रोकने के लिए एक प्रभावी उपकरण के रूप में पहचाना गया है। साबुन से हाथ धोना SARS-CoV-2 वायरस के खिलाफ बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए हाथ धोना न सिर्फ महत्वपूर्ण है, बल्कि यह कई अन्य संक्रमणों से बचने में भी मदद कर सकता है, जो हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।
विभिन्न वस्तुओं और सतहों पर मौजूद रोगाणु हमारे उन चीज़ों को छूने से हाथों पर आ जाते हैं, और अगर हम बिना हाथ धोए, उन्हीं हाथों से अपने चेहरे, आंखों, नाक को छूते हैं, तो वायरस का संक्रमण फैलता है। दरवाज़ें के हैंडल, लिफ्ट के बटन, डिलीवरी पैकेज जैसी चीज़ों पर वायरस लंबे समय तक रह सकता है और अगर हम अपने हाथों को धोए बिना चेहरे को छूते हैं, तो संक्रमण फैलने की संभावना अधिक हो जाती है। कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिए शारीरिक दूरी और मास्क पहनने के साथ-साथ हैंडवॉशिंग एक प्रमुख प्रोटोकॉल है।
ख़राब हाइजीन की वजह से फैल सकती हैं ये बीमारियां
मेडिकल एक्सपर्ट्स ने ऐसी बीमारियों की एक लिस्ट तैयार की है, जो हाथों के हाइजीन को नज़रअंदाज़ करने से किसी को भी हो सकती हैं।
कोविड-19: हम सभी इस बात को अच्छी तरह जानते हैं कि कोरोना वायरस के फैलने एक मुख्य कारण ये भी है कि हमने हाथों को दिन में कई बार धोने में कोताही बरती है।
नोरोवायरस: वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस का सबसे आम कारण नोरोवायरस है और यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित कर सकता है। यह वॉशरूम का उपयोग करने के बाद ख़राब हाथ स्वच्छता के कारण संचारित होता है और उसके बाद यह स्वस्थ लोगों में फैलता है।
सांस से जुड़े संक्रमण: सांस से जुड़ी बीमारियां आमतौर पर नाक या मुंह से निकली बूंदों की वजह से होती हैं और जब एक व्यक्ति इस बूंदों को छू लेता है और हाथ धोना भूल जाता है, तो उसे भी ये इंफेक्शन हो जाता है। आम ज़ुकाम, इंफ्लूएंज़ा, चिकनपॉक्स और मेनिनजाइटिस ऐसी बीमारियां हैं, जो हाथों को न धोने की वजह से होती हैं।
हेपाटाइटिस-ए: हेपाटाइटिस-ए एक वायरस इंफेक्शन है, जिसकी वजह से लिवर, जॉनडिस, पेट में दर्द, बुखार और थकावट जैस गंभीर लक्षण नज़र आ सकते हैं। ये मल के माध्यम से फैलता है, जो कि हाथों को अच्छे से और कई बार न धोने की वजह से होता है।
हाथों को धोने या सैनीटाइज़ करना कब ज़रूरी है?
- छींकने या खांसने के बाद।
- दरवाज़े के हैंडल या नॉब या फिर लिफ्ट के बटन को छूने पर।- कार, सीड़ियों के रेलिंग, मेट्रो या फिर सार्वजनिक परिवाहन से उतरने के बाद।
- बाज़ार से खरीदी सब्ज़ियों, पैकेज को छूने के बाद।
- मास्क को पहनते या उतारते वक्त
- खाना खाने से पहले या बाद में या फिर खाने को छूने से पहले।
- कूड़े को छूने के बाद या फिर गंदे सतहे जैसे कूड़े का बिन, सफाई का कपड़े को छूने पर।
- दवाइयों को लेने से पहले।
- जब किसी बीमार व्यक्ति की सेवा कर रहे हों तब, या फिर खून या उल्टी या थूक के संपर्क में आने पर।
- किसी तरह के घाव का इलाज करते वक्त।
- पाल्तू जानवरों के साथ होने पर।
- वॉशरूम का इस्तेमाल करने के बाद।
किसी भी संक्रमण से बचने के लिए ये है हाथ धोने का सही तरीका
- हाथ धोने से पहले अंगूठियों और घड़ी को उतार दें।
- हाथों को साफ नल के पानी से धोएं।
- फिर साबुन लगाएं और कम से कम 20 सेकेंड के लिए स्क्रब करें।
- हाथों, उंगलियों और कलाई को आपस में तेज़ी से रगड़ें और अच्छे से साफ करें।
- हाथों को दोनों तरफ से अच्छे से धोएं, कलाई, उंगलियों के बीच में और नाखूनों को अंदर तक साफ करें।
- पानी में अच्छी तरह धोएं और ध्यान रखें कि साबुन अच्छी तरह निकल जाए।
- हाथों को साफ तौलिए की मदद से साफ करें।
इन सभी बातों का मतलब यही है, कि महामारी हो या नहीं हो, स्वस्थ रहने के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता बेहद ज़रूरी है। अगर आप अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं या किसी संक्रमण का विकास महसूस कर रहे हैं, तो अपने डॉक्टर तुरंत संपर्क करें।