जानें, क्या चश्मा पहनने वालों को कोरोना संक्रमण का ख़तरा कम रहता है
जामा नेत्रविज्ञान पत्रिका में प्रकाशित एक शोध लेख में शोधकर्ताओं के अनुसार उन्होंने इस विषय पर गंभीरता से विचार किया है। जानें- क्या कहता है उनका शोध।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी के चलते देश और दुनिया पर व्यापक असर पड़ा है। लोगों की जीवनशैली ही बदल गई है। इस वायरस को हराने के लिए दुनियाभर में कई शोध किए जा रहे हैं। इस क्रम में एक शोध में खुलासा हुआ है कि चश्मा पहनने वाले लोगों को Covid-19 के संक्रमण का खतरा कम हो सकता है, क्योंकि वायरस आंखों के माध्यम से भी शरीर में प्रवेश करता है। यह शोध चीन के सुइझोउ प्रांत में किया गया है। इस शोध में Covid-19 के 276 रोगियों को शामिल किया गया था।
जामा नेत्रविज्ञान पत्रिका में प्रकाशित एक शोध लेख में शोधकर्ताओं के अनुसार, उन्होंने इस विषय पर गंभीरता से विचार किया और परिकल्पना करने की कोशिश की कि चश्मा किस तरह से आंखों के लिए फायदेमंद या आंखों को हतोत्साहित करता है। इस शोध से पता चला है कि सामान्य लोग अनजाने में प्रति घंटे तकरीबन 10 बार अपनी आंखों को छूते हैं। आंखें ईश्वर का अनुपम वरदान है, जो बेहद कोमल और नाजुक होती हैं। आंखों में सुरक्षा की कमी होती है, जिससे Covid-19 का खतरा अधिक रहता है।
इस शोध में पाया गया है कि SARS-CoV-2 रिसेप्टर एंजियोटेनसिन-परिवर्तित एंजाइम 2 नेत्र सतह पर भी रहता है। इस माध्यम से SARS-CoV-2 शरीर में प्रवेश कर सकता है। इसके अलावा SARS-CoV-2 नाक की नलिका और आंसू के माध्यम से भी शरीर में पहुंच सकता है। इनसे श्वसन कोरोना संक्रमण हो सकता है।
वर्तमान में उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, तकरीबन 1 से 12 प्रतिशत Covid-19 मरीज ऑक्युलर यानी आंखों की वजह से संक्रमित हैं। कोरोना वायरस के मरीजों की जांच में Covid-19 को आसुओं में पाया गया था। इसकी पुष्टि नेत्र विशेषज्ञों ने की थी।
अतः आंखें कोरोना वायरस संक्रमण और मानव शरीर में प्रवेश के लिए भी अहम केंद्र हो सकता है। ऐसे में चश्मा Covid-19 से रक्षा करने में सक्षम है और लोगों को दैनिक यूज में कोरोना से बचने के लिए इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। इससे संक्रमण के खतरे को कम किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।