मां के साथ गर्भस्थ शिशु के लिए भी बहुत जरूरी है ये 7 सुपरफूड्स
प्रेग्नेंसी में बच्चे के सही विकास के लिए बहुत ही जरूरी है सही डाइट लेना। फल सब्जियों और ड्राई फ्रूट्स की सही मात्रा लेना मां और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के ही लिए है जरूरी।
प्रेग्नेंसी में हेल्दी और सही डाइट लेना आपके साथ आपके बच्चे के लिए भी जरूरी है। जंक फूड्स, स्पाइसी आइटम्स आपके साथ-साथ गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी बहुत ही नुकसानदायक होता है। इस समय बेशक पल-पल कुछ न कुछ खाने का मूड करता रहता है लेकिन इस चक्कर में कुछ भी खाने की आदत न डालें। तो आइए जानते हैं कि इस छोटी-छोटी भूख को किन हेल्दी चीज़ें खाकर कर सकते हैं शांत।
1. पालक : हरी पत्तेदार सब्जियां हर किसी के लिए फायदेमंद हैं खासतौर से प्रेग्नेंसी में। पालक फोलिक एसिड और फोलेट से भरपूर होता है। इसके साथ ही इसमें विटमिंस, मिनरल्स और कैल्शियम भी शामिल होता है। जो प्री-टर्म लेबर से बचाता है।
2. डेयरी प्रोडक्ट्स : प्रेग्नेंसी के दौरान कैल्शियम की भरपूर मात्रा बच्चे के विकास के लिए बहुत ही जरूरी है इसलिए दूध के अलावा पनीर, दही, छांछ और चीज़ सही मात्रा में लें। दूध की जगह सोयामिल्क से भी आप कैल्शियम की कमी पूरी कर सकती हैं।
3. साबुत अनाज: मल्टीग्रेन आटा, ओटमील, ब्राउन राइस में फाइबर और अन्य पोषक तत्वों की प्रचुर मात्रा होती है। इसलिए प्रेग्नेंसी में इसे जरूर खाएं। साबुत अनाज में फोलिक एसिड और विटमिन बी, जिंक, आयन की प्रचुरता होती है।
4. दालें: राजमा, उड़द, काबुली चना और लाल मसूर दाल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। दालों में प्रोटीन, फाइबर, आयन, फोलेट, कैल्शियम और जिंक जैसे तत्व होते हैं। जिसकी प्रेग्नेंसी में सबसे ज्यादा जरूरत होती है। फाइबर पेट से जुड़ी परेशानियों से बचाता है, वहीं प्रोटीन से एनर्जी के लिए जरूरी है।
5. मेवे : हेल्दी फैट्स से भरपूर मेवे प्रेग्नेंसी में जरूरी खाएं। इनमें अनसैच्युरेटेड फैट्स होते हैं। जहां एक ओर इन्हें खाने से पेट भरे होने का एहसास होता है, वहीं दूसरी ओर ये बच्चे के ब्रेन डेवलपमेंट में जरूरी हैं। प्रेग्नेंसी में हर थोड़ी देर पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए, तो सॉल्टी स्नैक्स खाने की जगह मुठ्ठी भर मेवे खाना ज्यादा फायदेमंद रहेगा।
6. पानी: पानी बॉडी के अंदर मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर करने के साथ ही यूटीआइ इंफेक्शन से भी बचाता है। जो प्रेग्नेंसी में बहुत ही आम समस्या है। इसके अलावा नारियल पानी या ऑरेंज जूस भी डिहाइड्रेशन और कई अन्य संक्रमणों से बचाने में सहायक होता है।
7. रंग-बिरंगे फल: भोजन के अलावा मौसमी फल भी जरूरी हैं। ये विटमिंस, एंटी-ऑक्सीडेंट्स से भरपूर होते हैं। हरे, पीले, नारंगी, लाल, बैगनी रंग के फल व सब्जियों का नियमित सेवन करें। विटमिन सी युक्त नीबू, आंवले या संतरे का सेवन भी करें क्योंकि यह गर्भावस्था में स्किन से जुड़ी परेशानियों को दूर करते हैं।