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जानें, कोरोना का एक मरीज कितने लोगों को कर सकता है संक्रमित, ICMR ने जारी की नई रिसर्च

Coronavirus New Research लॉकडाउन और सोशल डिसटेंसिंग के पालन की सलाह के बावजूद लोग पार्टी या धार्मिक समारोह का आयोजन कर रहे हैं और इसका हिस्सा भी बन रहे हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Tue, 07 Apr 2020 05:32 PM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 03:30 PM (IST)
जानें, कोरोना का एक मरीज कितने लोगों को कर सकता है संक्रमित, ICMR ने जारी की नई रिसर्च
जानें, कोरोना का एक मरीज कितने लोगों को कर सकता है संक्रमित, ICMR ने जारी की नई रिसर्च

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coronavirus New Research: कोरोना वायरस का कहर पूरी दुनिया के 184 देशों में जारी है। इस तेज़ी से फैल रही जानलेवा बीमारी ने अभी तक दुनियाभर में 13 लाख से ज़्यादा लोगों को संक्रमिता कर दिया है, वहीं लगभग 77 हज़ार लोग इसके चलते अपनी जान गंवा बैठे हैं। भारत में इस वायरस का असर चीन, अमेरिका, स्पेन और इटली जितना ख़तरनाक अभी तक नहीं दिखा है, लेकिन 3-4 राज्यों को छोड़ कर पूरा भारत इसकी चपेट में आ चुका है। भारत में कोरोना वायरस के कुल मामलों की संख्या चार हज़ार के पार पहुंच चुकी है।

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कोरोना वायरस के लक्षण

- सूखी खांसी

- सर्दी-ज़ुकाम

- बुखार

- सांस लेने में तकलीफ

- मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द

- मतली और उल्टी 

अब तक का सबसे ख़तरनाक वायरस

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब किसी वायरस ने पूरी धरती पर अपना कहर मचाया हो। इससे पहले भी फ्लू, येलो फीवर, स्पैनिश फ्लू, स्वाइन फ्लू आदि जैसे कई वायरस से इंसान जूझ चुका है। इन सब में कोरोना एक ऐेसा वायरस जो बेहद ख़तरनाक साबित हो रहा है। इसकी वजह इसके लक्षण हैं, जो आम फ्लू से मेल खाते हैं। जैसे आम फ्लू में सर्दी, खांसी, बुखार और बदन दर्द की शिकायत होती है, वैसे ही कोरोना वायरस से संक्रमित इंसान भी इन्हीं तरह के लक्षणों से गुज़रता है। इससे भी ज़्यादा ख़तरनाक ये है कि संक्रमित होने के बाद कोरोना वायरस के लक्षण दिखने में एक से 14 दिन भी लग जाते हैं। साथ ही कई मामले ऐसे भी देखे गए हैं, जिनमें लक्षण बिल्कुल नज़र नहीं आते हैं। इसका मतलब कोरोना से संक्रमित एक इंसान अनजाने में कई लोगों को ये वायरस दे सकता है।     

कितने लोगों को बीमार कर सकता है एक COVID-19 मरीज़?

भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के एक शोध के मुताबिक कोरोना वायरस का एक मरीज़ अगर लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग का पालन न करे तो वह 30 दिनों में कम 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है। सरकार सभी को कोरोना वायरस के खतरनाक परिणामों के बारे में कई बार सचेत कर चुकी है। कई दफा एडवायज़री जारी करने के बावजूद कई लोग ऐसे भी हैं जो इसका पालन नहीं कर रहे हैं। लॉकडाउन और सोशल डिस्टैंसिंग के पालन की सलाह के बावजूद लोग पार्टी या धार्मिक समारोह का आयोजन कर रहे हैं और इसका हिस्सा भी बन रहे हैं। 

कोरोना वायरस से जुड़ी एजवायज़री

कोरोना वायरस का कहर जब से शुरू हुआ है, तब से सरकार लगातार कई तरह की एडवायज़री जारी कर चुकी है। जिसमें लॉकडाउन का पालन करने के साथ: 

- दिन में कई बार साबुन और पानी से हाथ धोना।

- सेनिटाइज़र का इस्तेमाल।

- अपने आसपास साफ सफाई का ध्यान रखना।

- लोगों से सामाजिक दूरी बनाना

- खूब पानी पिएं।

- किसी भी चीज़ को छूने से पहले उसे सेनिटाइज़ कर लें।

- लॉकडाउन में जितना कम से कम बाहर निकलें।

- कोरोना वायरस के लक्षण दिखने पर फौरन डॉक्टर से सलाह लें।

- बुखार, सर्दी और खांसी होने पर डॉक्टर के पास जाने से पहले उन्हें फोन पर अपने लक्षणों के बारे में बताएं।

- अगर आपको बीमार महसूस हो रहा है तो किसी से भी मिलने से बचें। यहां तक कि परिवार वालों से भी दूर रहें और अपने आपको आइसोलेट कर लें।

- अगर आप हाल ही में किसी ऐसे व्यक्ति से मिलें है जो हाल ही में विदेश की यात्रा कर लौटा है, तो 14 दिन तक आइसोलेशन में रहें।

- अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति से हाल में मिले हैं जो कोरोना वायरस का मरीज़ है, तब भी 14 दिन तक आइसोलेशन में रहें।     


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