संक्रमित व्यक्ति के एक बार छींकने या खांसने से भी पूरे ऑफिस में फैल सकता है Covid-19
Massachusetts Dartmouth में जीव विज्ञान के प्रोफेसर का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण मामले पर हमने सूक्ष्म गहन एवं सम्पूर्ण अध्ययन किया। इससे पता चलता है कि कोरोना वायरस संक्रमण महज 5 से 50 मिनट के भीतर फैल सकता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए दुनियाभर में कई शोध किए जा रहे हैं। इस क्रम में University of Massachusetts Dartmouth के एक शोध से खुलासा हुआ है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अल्प समय में फ़ैल सकता है। इस बारे में University of Massachusetts Dartmouth में जीव विज्ञान के प्रोफेसर का कहना है कि कोरोना वायरस संक्रमण मामले पर हमने सूक्ष्म गहन एवं सम्पूर्ण अध्ययन किया। इससे पता चलता है कि कोरोना वायरस संक्रमण महज 5 से 50 मिनट के भीतर फैल सकता है।
प्रोफेसर एरिन एस ब्रोमेज ने आगे कहा कि संक्रमित व्यक्ति के साथ महज 10 मिनट तक साथ अथवा आमने-सामने रहने से कोई भी स्वस्थ व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। इसे आप ऐसे समझ सकते हैं कि अगर किसी ऑफिस में कोई व्यक्ति Covid-19 से संक्रमित हैं, तो महज 10 मिनट से अधिक समय में उस व्यक्ति के संपर्क में रहने वाले लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। जबकि संक्रमित व्यक्ति के छींकने और खांसने से ऑफिस में सभी लोग संक्रमित हो सकते हैं। ऐसे में संक्रमित और संभावित अलक्षणी व्यक्तियों को घर में रहने की जरूरत है।
इस बारे में एरिन ने विभिन्न संक्रामक रोगों पर अध्ययन कर कहा कि कुछ जानकारों का यह अनुमान है कि किसी स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित करने के लिए 1000 SARS-CoV2 संक्रामक वायरल कणों की आवश्यकता होती है। कोरोना वायरस किसी भी माध्यम से शरीर में प्रवेश में कर सकता है। 1000 SARS-CoV2 संक्रामक वायरल कण सांस लेने और आंख मलने से भी प्राप्त हो सकते हैं। जब आप सांस लेते हैं, तो एक बार में एक वायरल कण शरीर में प्रवेश करता है। जबकि 100 बार सांस लेते हैं, तो 100 वायरल कण शरीर में प्रवेश करते हैं।
आसान शब्दों में कहें तो एक बार छींकने से 3000 ड्रॉपलेट्स निकलते हैं जो बेहद छोटे होते हैं। इनमें ढेर सारे ड्रॉप्लेट्स ज़मीन पर आ जाते हैं। जबकि कुछ हवा में रह जाते हैं। ड्रॉपलेट्स हवा में एक घंटे में 50 से 200 माइल्स दूरी तय कर सकते हैं। इसका मतलब यह है कि कोरोना वायरस के ये सूक्ष्म कण कुछ सेकेंड में हवा में आसानी से एक कमरे से दूसरे कमरे में जा सकते हैं। जबकि सांस लेने और छोड़ने के क्रम में 50 से 5000 ड्रॉपलेट्स निकलते हैं।
कई शोध में खुलासा हुआ है कि इन्फ्लूएंजा में प्रति मिनट में 33 संक्रमित वायरल कण निकलते हैं। जबकि प्रति मिनट 20 कोरोना वायरस के कण सांसों के माध्यम से निकलते हैं। ऐसे में एक स्वस्थ व्यक्ति महज 50 मिनट में सांसों के माध्यम से Covid-19 से संक्रमित हो सकता है। एरिन के विश्लेषण के अनुसार, संक्रमित व्यक्ति के बोलने से वायरस कण दस गुणा अधिक निकलते हैं। इस तरह संक्रमित व्यक्ति के साथ एक मिनट रहने पर 200 वायरस कण स्वस्थ व्यक्ति में प्रवेश करते हैं। जबकि 5 मिनट के आमने-सामने रहने से व्यक्ति के शरीर में 1000 कोरोना वायरस कण प्रवेश कर सकते हैं। इससे व्यक्ति महज 5 मिनट में संक्रमित हो सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।