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कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से 70 गुना तेज़ी से फैलता है ओमिक्रॉन वैरिएंट, रिसर्च में हुआ खुलासा

शोधकर्ताओं के मुताबिक ओमिक्रॉन कोरोना के पिछले वैरिएंट के मुताबिक लोगों को और भी ज्यादा परेशान कर सकता है लेकिन इस बीमारी की वजह से मरीज़ों को कोई गंभीर बीमारी होने का खतरा बेहद कम रहेगा। वैक्सीन इस पर भी असरदार रहेगी।

By Shahina NoorEdited By: Published: Mon, 20 Dec 2021 10:07 AM (IST)Updated: Mon, 20 Dec 2021 10:07 AM (IST)
कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से 70 गुना तेज़ी से फैलता है ओमिक्रॉन वैरिएंट, रिसर्च में हुआ खुलासा
ओमिक्रॉन वायरस डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है।

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन ने लोगों को परेशानी में डाल दिया है। कोराना का यह नया वैरिएंट सार्स-सीओवी-2 की तुलना में 70 गुना तेजी से फैलता है, यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है। हांगकांग विश्वविद्यालय में एलकेएस फैकल्टी ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के मुताबिक ओमिक्रॉन कोरोना के पिछले वैरिएंट के मुताबिक लोगों को और भी ज्यादा परेशान कर सकता है, लेकिन इस बीमारी की वजह से मरीज़ों को कोई गंभीर बीमारी होने का खतरा बेहद कम रहेगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अब तक यह वेरिएंट लगभग 77 देशों में फैल चुका है।

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शोधकर्ताओं ने अध्ययन में फेफड़ों के उपचार के लिए ओमिक्रॉन वैरिएंट को लैब में आइसोलेट करने के बाद फेफड़ों के टिश्यू का उपयोग किया। लैब में शोधकर्ताओं ने ओमिक्रॉन वेरिएंट के 2020 में सामने आए मूल सार्स-सीओवी-2 के साथ तुलना की ताकि इस वैरिएंट के प्रभाव को सही तरह से समझा जा सके।

अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि ओमिक्रॉन वेरिएंट मूल सार्स-सीओवी-2 वायरस और मानव श्वसनी (ब्रोन्कस) में डेल्टा वेरिएंट की तुलना में तेजी से फैलता है। अध्ययन में संक्रमण के 24 घंटे बाद, ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट और मूल सार्स-सीओवी-2 वायरस की तुलना में लगभग 70 गुना अधिक तेजी से फैलता हुआ पाया गया है। हालांकि ओमिक्रॉन वेरिएंट तेजी से जरूर फैल रहा है, मगर इसके बावजूद इसके कोई खास गंभीर परिणाम देखने को नहीं मिले हैं।

स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ माइकल चान ची-वाई ने कहा कि इस वायरस से बीमारी की गंभीरता कम होगी लेकिन इसके फैलने की रफ्तार बेहद तेज है, जिससे ज्यादा लोगों के संक्रामित होने और उनके जान गवाने की ज्यादा आशंका है।

बीमारी की गंभीरता इस बात पर निर्भर नहीं करती हैं कि वायरस अपना रूप बदलकर किस तरह बीमारी को फैलाता है, बल्कि इस बात पर निर्भर करती है कि हमारा इम्यून सिस्टम इस बीमारी के खिलाफ कैसे बचाव करता है। हाल के अध्ययनों के मुताबिक वैक्सीन ओमिक्रॉन वैरिएंट से बचाव कर सकती है। 


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