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Coconut Oil vs Olive Oil: नारियल या फिर ज़ैतून का तेल, क्या है सेहत के लिए बेहतर?

Coconut Oil vs Olive Oil कई तरह के कुकिंग ऑयल होने की वजह से सेहत के लिए सही तेल चुनना मुश्किल हो जाता है। सभी तेलों में से नारियल और ज़ैतून के तेल को सबसे सेहतमंद माना जाता है।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Mon, 03 Feb 2020 12:51 PM (IST)Updated: Mon, 03 Feb 2020 01:20 PM (IST)
Coconut Oil vs Olive Oil: नारियल या फिर ज़ैतून का तेल, क्या है सेहत के लिए बेहतर?
Coconut Oil vs Olive Oil: नारियल या फिर ज़ैतून का तेल, क्या है सेहत के लिए बेहतर?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Coconut Oil vs Olive Oil: हम सब ये बात जानते हैं कि खाना किस तेल में बन रहा है ये सेहतमंद रहने के साथ फिट रहने के लिए भी बेहद ज़रूरी है। ये और फिर महत्वपूर्ण उस वक्त हो जाता है जब आप वज़न कम करना चाह रहे हों।  

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बाज़ार में आपको कई तरह के कुकिंग ऑयल मिल जाएंगे, जिसकी वजह से सेहत के लिए सही तेल चुनना और भी मुश्किल हो जाता है। सभी तेलों में से नारियल और ज़ैतून के तेल को सबसे सेहतमंद माना जाता है। लेकिन अगर आपको इनमें से किसी एक को चुन्ना हो तो किसे चुनेंगे? 

आइए जानते हैं:

एक चम्मच नारियल तेल में:

कैलोरी: 120

कुल फैट्स: 14 ग्राम

सैचुरेटेड फैटी एसिड: 13 ग्राम

कोलेस्ट्रॉल: 0 

एक चम्मच ज़ैतून के तेल में:

कैलोरी: 120

कुल फैट्स: 14 ग्राम

सैचुरेटेड फैटी एसिड: 2 ग्राम

कोलेस्ट्रॉल: 0

नारियल तेल के स्वास्थ्य लाभ

सैचुरेटेड फैट: नारियल के तेल में सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी होती है। हालांकि, सैचुरेटेड फैट को बुरा माना जाता है और इसे दिल की बीमारी से भी जोड़ा जाता है। लेकिन, कई रिसर्च में पाया गया है कि नारियल तेल में मौजूद सैचुरेटेड फैट शरीर में HDL यानि अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है।

हीट: ज़ैतून के तेल की तुलना में नारियल तेल को आप ज़्यादा देर तक गर्म कर सकते हैं। नारियल तेल 177 डिग्री सेलशियस तक गर्म हो सकता है। इसलिए खाना बनाने के लिए पहली पसंद नारियल तेल है।

एंटी-ऑक्सीडेंट: नारियल तेल में कुछ एंटी-ऑक्सीडेंट ज़रूर मौजूद होते हैं, लेकिन वह ज़ैतूल के तेल जितने प्रभावी नहीं होते।

ज़ैतून के तेल से जुड़े स्वास्थ्य लाभ

मोनो-सैचुरेटेड फैट: ज़ैतूल के तेल में मोनो-सैचुरेटेड और पॉली-सैचुरेटेड फैट मौजूद होते हैं, जो दिल के लिए काफी अच्छे साबित होते हैं।

हीट: ज़ैतून के तेल को सिर्फ 138 डिग्री सेलशियस तक ही गर्म किया जा सकता है और इसे उच्च तापमान पर गरम नहीं किया जाना चाहिए। 

एंटी-ऑक्सीडेंट: ज़ैतून का तेल एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। जो उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।

कौन-सा तेल है सेहतमंद

अध्ययनों से पता चलता है कि नारियल तेल की तुलना में ज़ैतून का तेल सेहत के लिए ज़्यादा अच्छा है। इसके कई कारण हैं। पहला यह कि, यह मेडिटेरेनियन आहार का हिस्सा है, जिसे दुनिया भर में सबसे स्वस्थ आहार माना जाता है। मेडिटेरेनियन आहार को हृदय रोग, कैंसर के प्रकार, मधुमेह, और यहां तक ​​कि वज़न घटाने में मदद करने के लिए कारगर माना जाता है। 

दूसरा कारण ये है कि ज़ैतून के तेल में अच्छा फैट यानि मोनो-सैचुरेटेड और पॉली-सैचुरेटेड फैट मौजूद होते हैं, जो नारियल तेल में नहीं पाए जाते। नारियल तेल में सिर्फ सैचुरेटेड फैट होता है, जिसे अच्छा नहीं माना जाता और कम मात्रा में लेने की सलाह दी जाती है। 

आप इनमें से कोई सा भी तेल भोजन के आधार पर इस्तेमाल कर सकते हैं। ज़ैतून के तेल का इस्तेमाल आप सलाद या फिर खाने की सीज़निंग के लिए कर सकते हैं, वहीं नारियल तेल का इस्तेमाल तेज़ आंच पर पकने वाले खाने जैसे डीप फ्राइ के लिए कर सकते हैं। 


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