Move to Jagran APP

National Epilepsy Day 2020: जानें मिर्गी रोग के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार

National Epilepsy Day 2020 वैसे तो मिर्गी होने के बहुत से कारण होते हैं लेकिन मिर्गी रोगी बनने का सबसे बड़ा कारण मस्तिष्क में चोट लगना ही होता है। जानेंगे इसके लक्षण बचाव और उपचार के बारे में...

By Priyanka SinghEdited By: Published: Tue, 17 Nov 2020 12:06 PM (IST)Updated: Tue, 17 Nov 2020 12:06 PM (IST)
National Epilepsy Day 2020: जानें मिर्गी रोग के कारण, लक्षण, बचाव एवं उपचार
ह्यूमन बॉडी में ब्रेन को हाइलाइट करता हुआ चित्र

मिर्गी एक  ऐसा रोग है जिसमें झटके लगते हैं और व्यक्ति बेहोश हो जाता है। दौरे को कंट्रोल करने के लिए मरीज को दवाइयां दी जाती हैं और जब दवाइयों से भी यह नियंत्रित नहीं होता तो फिर इसके लिए एपीलैप्सी सर्जरी ही एकमात्र उपाय होता है। मिर्गी की बीमारी कई तरह की होती है और इसके होने के कारण भी अलग-अलग ही होते हैं। डॉक्टर्स ने मिर्गी को लक्षणात्मक, क्रिप्टोजेनिक और इडियोपैथिक में बांटा है। तीनों प्रकार की मिर्गी के लक्षण और कारण भी अलग-अलग होते हैं। किसी भी प्रकार के मिर्गी के दौरे में लापरवाही ना करें। 

loksabha election banner

क्या हैं लक्षण

1. मिर्गी के मरीजों के शरीर में जकडऩ होना

2. चेहरे और हाथ-पैरों का तिरछा हो जाना

3. बेहोश हो जाने पर मुंह से झाग निकलना

मिर्गी के प्रकार

मिर्गी दो प्रकार की हो सकती है। आंशिक तथा पूर्ण। आंशिक मिर्गी में मस्तिष्क का एक भाग अधिक प्रभावित होता है। जबकि पूर्ण मिर्गी में मस्तिष्क के दोनों भाग प्रभावित हो जाते हैं। इसी प्रकार अनेक रोगियों में इसके लक्षण भी भिन्न-भिन्न होते हैं। इसके अलावा विशेष तौर पर एपीलैप्सी सर्जरी ही एकमात्र उपाय रह जाता है।

कैसे करें बचाव

1. खानपान के समय हाथ-पैरों को साफ रखना चाहिए।

2. फास्ट फूड बिल्कुल नहीं खाना चाहिए।

3. बाहर का भोजन करने से बचें।

4. मादक पदार्थों का सेवन करने से बचें।

मिर्गी के रोगी के साथ उनके परिवार जनों को भी रखना होगा इन बातों का ध्यान

1- रोगी को अकेला कभी न छोड़ें।

2- दौरा आने पर नाक पर दवा का स्प्रे करें।

3- रोगी नियमित दवा का सेवन करें।

4- रोगी तालाब-नदी, होदी में नहीं नहाएं।

5- बहुत ज्यादा शोर वाली जगह पर जाना अवॉयड करें।

6- रोगी का आत्मविश्वास बढ़ाते रहें।

7- रोगी को लाइटों की चकाचौंध से दूर रखें।

8- मरीज की गर्दन में लिपटे कपड़ों को हटा दें।

9- दौरा पड़ने पर मरीज को एक साइड लिटाएं, जिससे लार आसानी से बाहर आ जाए।

Pic credit- https://www.freepik.com/premium-photo/diseased-human-brain-anatomy-concpet-3d-illustration_1349096.htm#query=Epilepsy&position=15


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.