National Dengue Day 2022: आंखों में दर्द और तेज़ सिर दर्द हो सकते हैं डेंगू के लक्षण, जानें इससे कैसे बचा जाए?
National Dengue Day 2022 मादा मच्छर के काटने से डेंगू बुखार होता है। यह बीमारी भारत जैसे देश में एक महामारी का रूप ले चुकी है। यही वजह है कि हर साल देश में 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। National Dengue Day 2022: डेंगू के बुखार को अक्सर हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। यह संक्रमण मच्छरों से फैलता है, जो गंभीर फ्लू जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है। यह चार अलग-अलग वायरस के कारण होता है और एडीज मच्छरों द्वारा फैलता है। ये मच्छर पीला बुखार, ज़ीका वायरस और चिकनगुनिया भी फैलाते हैं।
भारत में डेंगू एक महामारी है। यही वजह है कि देश में हर साल 16 मई के दिन राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है, ताकि लोगों को इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरुक किया जा सके। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, यह एक ऐसा वायरल बुख़ार होता है, जो मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है।
क्या है डेंगू बुख़ार?
यह देखा गया है कि डेंगू बच्चों को अधिक संक्रमित करता है। इस बीमारी के सामान्य लक्षण हैं, तेज़ सिरदर्द, जोड़ों, मांसपेशियों और शरीर में दर्द, तेज़ बुखार और चिड़चिड़ापन। बरसात के मौसम में डेंगू अधिक तेज़ी से फैलता है।
मादा मच्छर दिन के समय में काटती है। डेंगू के मच्छर दिखने में सामान्य मच्छरों से कुछ अलग होते हैं। इसके शरीर पर तेंदुए जैसी धारियां दिखाई देती हैं। यह मच्छर अक्सर दिन में काटता है, इसलिए हमें मच्छरों को काटने से रोकने के लिए विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डेंगू कई तरह की बीमारियों का कारण बनता है। यह सबक्लिनिकल सिकनेस- जहां लोग इस बात से अनजान हैं कि वे संक्रमित हैं - से लेकर पीड़ित लोगों में फ्लू जैसे गंभीर लक्षणों तक हो सकते हैं। गंभीर डेंगू से अगर ठीक से इलाज न किया जाए तो मृत्यु का ख़तरा अधिक होता है।
डेंगू के लक्षण
लक्षण जो आमतौर पर संक्रमण के चार से छह दिन बाद दिखाई देते हैं और दस दिनों तक बने रह सकते हैं:-
- तेज़ बुख़ार
- तेज़ सिर दर्द
- आंखों के पीछे दर्द होना
- जोड़ों और मांसपेशियों में तीव्र दर्द
- कमज़ोरी या मतली
- उल्टी
- बुख़ार आने के दो से 5 दिनों बाद त्वचा पर चकत्ते दिख सकते हैं।
कैसे करें इससे बचाव?
इस बीमारी से बचने का बेस्ट तरीका यही है कि मच्छर के काटने से किसी तरह बचें। खासतौर पर अगर आप ऐसे जगह रहते हैं या गए हैं, जहां बारिश ज़्यादा होती है। मच्छरों की आबादी को कम करने के प्रयास किए जाने चाहिए। ये मच्छर अक्सर बाल्टी, कटोरे, जानवरों के बर्तन, गमले और फूलदान जैसे चीज़ों, जहां पानी इकट्टठा रहता है, ऐसी जगहों पर ही अंडे देते हैं। घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।