इंसानों की तरह इस कीड़े की याददाश्त भी होती है काफी तेज, पौधों के रस पर रहते हैं जिंदा!
मच्छर की याददाश्त काफी तेज होती है और वो किसी गंध को याद रखते हैं। अगर कोई इंसान मच्छर को मारने का प्रयास करता है तो वो उसके पास नहीं आता है।
नई दिल्ली, जेएनएन। मच्छर दुनिया के सबसे खतरनाक जीवों में से एक है। दरअसल मच्छर एक ऐसा जीव है, जिसकी वजह से हर साल लाखों लोग की मौत हो जाती है। जी हां, मच्छर की वजह से हर साल 10 लाख से ज्यादा इंसानों की मौत होती है। मच्छर सिर्फ इंसानों के लिए खतरनाक ही नहीं है बल्कि इसकी याददाश्त भी काफी तेज होती है। कहा जाता है कि अगर कोई इंसान मच्छर को मारने का प्रयास करता है तो वो उसके पास नहीं आता है।
एक रिपोर्ट में सामने आया है कि मच्छर की याददाश्त काफी तेज होती है और वो किसी गंध को याद रखते हैं। अगर एक व्यक्ति की गंध अच्छी है तो मच्छर अप्रिय गंध के बजाय प्रिय गंध को पसंद करते हैं और उनके आस-पास मंडराते रहते हैं। वहीं रिसर्च में सामने आया है कि 'जो व्यक्ति मच्छरों को ज्यादा मारते हैं या रक्षात्मक रवैया अपनाते हैं, तो मच्छर उनसे दूरी बना लेते हैं। चाहे उनका खून उनके अनुकूल ही क्यों ना हो।
कई रिपोर्ट्स में लिखा गया है कि अगर आप मच्छर को मारने की कोशिश करते हैं तो मच्छर आपके पास वापस लौटकर नहीं आता है। यानी आपकी ताली को आवाज को सुनकर वो समझ जाता है कि उसे यहां खतरा है। वहीं आपको बता दें कि दुनिया भर में मच्छरों की करीब 3 हज़ार 500 प्रजातियां पाई जाती हैं। लेकिन इनमें से ज़्यादातर नस्लें इसानों को बिल्कुल परेशान नहीं करतीं। ये वो मच्छर हैं जो सिर्फ फलों और पौधों के रस पर ज़िंदा रहते हैं।
क्यों भिनभिनाते हैं मच्छर?
दरअसल, मच्छरों के पंख काफी छोटे होते हैं। उन्हें उड़ने के लिए काफी तेजी से फड़फड़ना पड़ता है। ऐसे में भनभनाने की यह आवाज आती है। भिनभिन की फ्रीक्वेंसी इतनी होती है कि इसके वाइब्रेशन्स कान के परदों पर महसूस होते हैं। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि भनभनाना मच्छरों की फितरत है। वे इसके जरिए लोगों से काफी अच्छे से घुलमिल जाते हैं। कहा जाता है कि मच्छर कुछ सेकेंड्स में 500 बार अपने पंख को हिलाते हैं।