जानें, 'स्मार्टफोन पिंकी सिंड्रोम' क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है?
इस लॉकडाउन से कई ऐसी बीमारियों के बारे में भी पता चला है जिससे आप आज तक अनजान होंगे। इनमें एक Smartphone Pinky Syndrome है जो लगातार 5-6 घंटे तक फोन चलाने से होती है।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोना वायरस महामारी से देश भर में लॉकडाउन की स्थिति है। इससे आम जनजीवन पूरी तरह से स्थिर हो गया है। लोग अपने घरों में रहकर ही समय व्यतीत कर रहे हैं। इससे मानसिक एवं शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। खासकर सोशल मीडिया से कनेक्ट रहने के चलते कभी ख़ुशी तो कभी गम जैसी स्थिति है। इस लॉकडाउन से कई ऐसी बीमारियों के बारे में भी पता चला है, जिससे आप आज तक अनजान होंगे। इनमें एक Smartphone Pinky Syndrome है जो लगातार 5-6 घंटे तक फोन चलाने से होती है। आइए जानते हैं कि Smartphone pinky syndrome क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है-
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि लॉकडाउन में लोग मोबाइल फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसा करना उनकी मजबूरी भी है। अगर आप भी लंबे समय तक फोन के यूज़ करने के आदी हैं तो आप नियमित अंतराल पर हाथों का एक्सरसाइज जरूर करें।
Smartphone Pinky syndrome क्या है
यह बीमारी लगातार फोन इस्तेमाल करने से होती है। इसमें व्यक्ति अपनी छोटी ऊँगली का सबसे अधिक यूज़ करते हैं, या फोन का पूरा वजन छोटी उंगली पर ही रहती है। इससे छोटी उंगली के जॉइंट पर दवाब पड़ने लगता है, जिससे उंगुली के जोड़ों पर आर्थराइटिस का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही अंगूठे पर भी बहुत दवाब पड़ता है और सामान्य तकलीफ अंगूठे में भी होती है।
Pinky syndrome से बचने के लिए क्या करें
-इससे बचने के लिए नियमित अंतराल पर हाथों की एक्सरसाइज जरूरी है।
-आप मोबाइल स्टैंड का यूज़ करें। फिल्म देखने के लिए इसका जरूर उपयोग करें।
-लंबे समय तक फोन को अपने हाथ में न रखें।
-एक्स्ट्रा एक्टिविटी भी जरूर करें, जिससे आपका ध्यान फोन से हटा रहे।
-वीडियो गेम इंटरवल लेकर खेलें। एक साथ कई स्टेज क्रॉस करने की होड़ बिल्कुल न करें।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।