Move to Jagran APP

Mangoes For Diabetics: डायबिटीज़ के मरीज़ इस तरीके से खाएंगे आम, तो नहीं बढ़ेगा ब्ल्ड शुगर लेवल

Mangoes For Diabetics आम किसे पसंद नहीं होते? ऐसे में अगर आप डायबिटीज़ के मरीज़ हैं तो आप भी आम खाने से पहले सोच में पड़ जाते होंगे। हालांकि एक तरीका है जिसकी मदद से मधुमेह के मरीज़ भी आराम से बिना किसी डर के आम खा सकते हैं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Sat, 28 May 2022 03:52 PM (IST)Updated: Sat, 28 May 2022 03:52 PM (IST)
Mangoes For Diabetics: डायबिटीज़ के मरीज़ इस तरीके से खाएंगे आम, तो नहीं बढ़ेगा ब्ल्ड शुगर लेवल
Mangoes For Diabetics: क्या डायबिटीज़ के मरीज़ों को खाने चाहिए आम?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Mangoes For Diabetics: गर्मी के मौसम की सबसे अच्छी बात यही है कि इस दौरान बेहतरीन फल आते हैं। खासतौर पर फलों का राजा आम इस दौरान सभी की लिस्ट में शामिल होता है। दुनिया में शायद ही कोई ऐसा हो जिसे आम न पसंद हों। कई लोग ऐसे भी हैं जो गर्मी में जम कर आम खाते हैं। आम स्वाद के साथ कई पोषक तत्वों से भी भरा होता है। हालांकि, डायबिटीज़ के मरीज़ इस फल का मज़ा लेने से कतराते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आम में कैलोरी काफी होती है इससे ब्लड शुगर स्तर के बढ़ जाने का डर होता है। साथ ही यह मीठा भी होता है इसलिए डायबिटीज़ के मरीज़ों को सोच समझकर खाना पड़ता है।

loksabha election banner

पोषक तत्वों से भरपूर होता है आम!

आम एक ऐसा फल है जो बेहद स्वादिष्ट होने के साथ विटामिन्स और खनीज से भी भरपूर होता है। एक कप कटे हुए आम में 99 कैलोरीज़, 1.4 ग्राम प्रोटीन, 2.6 ग्राम फाइबर, 67% विटामिन-सी, 25 ग्राम कार्ब्स, 22.5 ग्राम शुगर, 18% फोलेट, 10% विटामिन-ई और 10% विटामिन-ए मौजूद होता है। इसके अलावा आम में कैल्शियम, जिंक, आयरन और मैग्नीशियम की भी कुछ मात्रा होती है।

क्या ब्लड शुगर को भी प्रभावित करता है आम?

आमतौर पर डायबिटीज के मरीज़ों को आम न खाने की या फिर काफी कम मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि आम में नैचुरल शुगर, जो कैलोरी को 90% बना देती है। अगर डायबिटीज के मरीज़ ज़्यादा आम खा लें तो उनका ब्लड शुगर स्तर बढ़ सकता है।

हालांकि, आम में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा भी काफी होती है, जो ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल में रखने का काम करते हैं। फाइबर जहां ब्लड से शुगर अवशोषित करने की प्रक्रिया को धीमा करता है, वहीं एंटीऑक्सीडेंट ब्लड शुगर से बढ़ने वाले तनाव को कम करते हैं।

आम का ग्लाइसेमिक इंडेक्स क्या है

ग्लाइसेमिक इंडेक्स में फूड की रैंकिंग होती है जिससे पता चलता है कि ब्लड शुगर पर इसका असर कैसा होगा। इसे 0-100 के स्केल पर मापा जाता है। अगर किसी फूड की रैंकिंग 55 से है, तो इसे कम शुगर वाला फूड माना जाता है। इस तरह का फूड डायबिटीज के मरीज़ों के लिए ठीक रहता है। ऐसे में अगर हम आम की ग्लाइसेमिक इंडेक्स रैंकिंग की बात करें, तो यह 51 है यानी शुगर के मरीज भी इसे बिना किसी डर के आराम से खा सकते हैं।

डायबिटीज के मरीज़ हैं, तो आम खाते वक्त इन बातों का ध्यान रखें

1. एक सर्विंग में आम ज़्यादा न खा लें ताकि ब्लड शुगर का स्तर न बढ़े।

2. हर किसी की बॉडी अलग होती है, ऐसे में शुगर के मरीज़ों को पहले आधा कप आम खाकर अपना ब्लड शुगर स्तर चेक करना चाहिए। अगर यह बढ़ता नहीं है, तो आप एक कप रोज़ खा सकते हैं।

3. खाना खाने के बाद आम न खाएं। इसे दिन के समय ही खा लें।

4. आम में फाइबर ज्यादा और प्रोटीन कम होता है इसलिए डायबिटिक लोगों को इसे प्रोटीन के साथ खाना चाहिए। इससे सबकुछ बैलेंस में रहेगा।

5. प्रोटीन में आप आम खाने से पहले उबले अंडे या फिर थोड़े मेवे भी खा सकते हैं।

Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

Picture Credit: Freepik/ Pexels


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.