Food Allergy Or Intolerance: आखिर फूड एर्जी और फूड इंटॉलेरेंस में क्या फर्क है?
Food Allergy Or Intolerance खाने की कुछ चीज़ों का शरीर पर रिएक्शन होना आम है लेकिन यह अक्सर फूड इंटॉलेरेंस की वजह से होता है फूड एलर्जी से नहीं।
नई दिल्ली, लाइवस्टाइल डेस्क। Food Allergy Or Intolerance: क्या हर बार एक ग्लास दूध या एक कटोरा दही खाकर आपका पेट ब्लोट होता है, गैस या डाइरिया होता है? क्या इसका मतलब आपको डेयरी प्रोडक्ट से एलर्जी है या फिर कहें कि आप लैकटॉस इंटोलेरेंट हैं?...ऐसा ज़रूरी नहीं है। खाने की कुछ चीज़ों से का शरीर पर रिएक्शन होना आम है लेकिन यह अक्सर खाने की असहनीयता यानी फूड इंटॉलेरेंस की वजह से होता है, फूड एलर्जी से नहीं। फूड एलर्जी और फूड इंटॉलेरेंस के लक्षणों में ज़्यादा फर्क नहीं होता है इसलिए लोग अक्सर इसे समझ नहीं पाते।
क्या होती है फूड एलर्जी
फूड एलर्जी की वजह से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पर असर पड़ता है, जो फिर आपके शरीर के बाकि हिस्सों को भी प्रभावित करता है। कुछ मामलों में फूड एलर्जी गंभीर रूप ले सकती है, यहां तक कि ये जानलेवा भी साबित हो सकती है। इसमें कई तरह के लक्षण नज़र आते हैं। वहीं, फूड इंटॉलेरेंस ज़्यादा गंभीर नहीं होता और सिर्फ पाचन से संबंधी समस्याएं ही पैदा करता है।
फूड एलर्जी के दौरान, प्रतिरक्षा प्रणाली, जो संक्रमण से लड़ती है, कुछ तरह के खाने को आक्रमणकारी के रूप में देखती है। जिसकी वजह से एलर्जिक इंफेक्शन होता है और शरीर में हिस्टामाइन की तरह का कैमिकल रिलीज़ होता है। इसकी वजह से सांस लेने में दिक्कत, खांसी, उल्टी, पेट में दर्द, सूजन और लो ब्लड प्रेशर जैसे लक्षण पैदा हो सकते हैं।
अगर किसी को फूड एलर्जी की समस्या होती है तो ऐसे खाने से पूरी तरह दूर रहना चाहिए और हमेशा अपनी दवाई साथ रखनी चाहिए।
क्या होता है फूड इंटॉलेरेंस?
अगर आपको फूड इंटॉलेरेंस की दिक्कत है, तो आप अपने पाचन तंत्र को परेशान किए बिना भी उस भोजन का कुछ हिस्सा खा सकते हैं। मसलन, अगर आपको लैक्टोस इंटॉलेरेंस है तो आप फिर भी लैक्टोस मुक्त दूध या ऐसी दवा खा सकते हैं जिससे आपका पाचन तंत्र सही रहे।
फूड इंटॉलेरेंस का कारण क्या है?
ऐसा तब होता है जब खाने को पूरी तरह से पचाने के लिए आवश्यक एंज़ाइम मौजूद नहीं होता। उदाहरण के लिए, लैक्टोस असहिष्णुता लैक्टेज एंज़ाइम की कमी के कारण होती है, जो दूध या अन्य डेयरी उत्पादों में मौजूद चीनी को पचाने में मदद करता है।