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वीडियोः इनडाइजेशन या अपच के आयुर्वेदिक उपचार

समय पर भोजन न करने से, बार-बार खाते रहने से अपच हो जाती है। जिसमें रोगी को भूख नहीं लगती, खट्टी डकारें आती हैं, छाती में जलन होती है। तो कैसे इससे राहत पा सकते हैं, जानते हैं...

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 17 Dec 2018 01:08 PM (IST)Updated: Mon, 17 Dec 2018 01:08 PM (IST)
वीडियोः इनडाइजेशन या अपच के आयुर्वेदिक उपचार
वीडियोः इनडाइजेशन या अपच के आयुर्वेदिक उपचार

भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में पाचन तंत्र में गड़बड़ी बहुत ही आम बात है जिसकी वजह से इनडाइजेशन या अपच की शिकायत होती है। इसके अलावा समय-असमय भोजन करने से, कुछ भी खाने-पीने तथा बार-बार खाते रहने से भी अपच की समस्या हो जाती है। जिसमें रोगी को भूख नहीं लगती, खट्टी डकारें आती हैं, छाती में जलन, पेट में भारीपन और लगातार बेचैनी महसूस होती रहती है। और तो और रोगी को पसीना भी बहुत आता है, नींद नहीं आती और कभी-कभी दस्त भी हो जाते हैं। लिवर में हुई कोई खराबी अपच का कारण बन सकती है। जो लोग भोजन के तुरंत बाद लेट जाते हैं, या फिर बैठ कर काम करने लग जाते हैं तो उनको भी अपच की समस्या होने लगती है। शराब के सेवन और धूम्रपान से भी पेट खराब हो सकता है और अपच हो सकती है|

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अपच के लक्षण

1. भूख न लगना,खट्टी डकारें आना,छाती में जलन, पेट में भारीपन महसूस होना।

2. लगातार बेचैनी रहना, पसीना अधिक आना, नींद नहीं आना आदि।

3. लिवर में हुई कोई खराबी भी अपच का कारण बन सकती है।

4. भूख से ज्यादा भोजन करने पर या भोजन के तुरंत बाद लेट जाने पर।

उपचार

1. लंघन या उपवास करें

2. उदर प्रदेश पर गर्म पानी की बोतल से या गर्म तौलिए से सिंकाई करें।

3. अदरक का प्रयोग

1 या 1 /2 इंच अदरक सेंधा या काले नमक के साथ खाना खाने से 15 मिनट पहले खाएं।

इन चूर्ण से होगा फायदा

त्रिकटू का चूर्ण, अविपत्तिकर चूर्ण, हींगवासक चूर्ण, लवण भास्कर चूर्ण का प्रयोग कर सकते हैं।

इंदुकान्त घृत

इंदुकान्त घृत 1 से 2 चम्मच खाली पेट, गुनगुने पानी या गुनगुने दूध के साथ लें।

पेट दर्द से तत्काल राहत पाने के लिए

1. 1 चम्मच अजवाइन का चूर्ण, 1/2 चम्मच सेंधा नमक, 1 गिलास पानी में घोल कर पिएं।

2. जम्बीर नींबू का प्रयोग

जम्बीर नींबू को सेंधा नमक के साथ चाटने से फायदा होगा।

1 चम्मच नींबू का रस,1 चम्मच अदरक का रस, थोड़ा सेंधा नमक मिला कर पान करने से फायदा मिलेगा।

अपच में इन चूर्ण से होगा फायदा

1. हरड़, शुंठी ओर सेंधा नमक को बराबर मात्रा में मिलाएं।

2. इस चूर्ण का 1 से 3 ग्राम, खाली पेट, गुनगुने पानी से, दिन में 2 बार प्रयोग करें।

3. शुंठी का चूर्ण 1 से 2 ग्राम खाना खाने से पहले गुनगुने पानी के साथ लें।

4. पिप्पली चूर्ण 2 से 3 ग्राम खाना खाने के बाद गुनगुने पानी के साथ लें।

5. अजमोद का चूर्ण 3 से 5 ग्राम खाना खाने के बाद गुनगुने पानी या छाछ के साथ लें।

इनडाइजेशन में क्या करें

1. हमेशा गुनगुने पानी का सेवन करें

2. बटर मिल्क में जीरा पाउडर या त्रिकूट का चूर्ण मिला कर पी सकते हैं।

3. हल्का और सुपाच्य भोजन करें।

4. खाना खाने के बाद 5 से 10 मिनट वज्रासन में ज़रूर बैठे।


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