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बीमारियों से महफूज रहना चाहते हैं तो वॉक करने की डालें आदत, जानें इसके लाभ

आप मोटापे से परेशान हैं या शुगर कंट्रोल नहीं कर पाते तो अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। रोजाना वॉक करने की आदत डालें बिना दवा खाएं भी आप हेल्दी और फिट रह सकते हैं।

By Shilpa SrivastavaEdited By: Published: Mon, 18 May 2020 03:44 PM (IST)Updated: Mon, 18 May 2020 03:44 PM (IST)
बीमारियों से महफूज रहना चाहते हैं तो वॉक करने की डालें आदत, जानें इसके लाभ
बीमारियों से महफूज रहना चाहते हैं तो वॉक करने की डालें आदत, जानें इसके लाभ

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। मसरूफियत की जिंदगी में हम लोगों का लाइफस्टाइल ऐसा हो गया है कि हम लोग वॉक करना ही भूल गए हैं। वक्त की बचत के लिए हम घर से निकलते ही अपना व्हीकल या सार्वजनिक वाहनों का इस्तेमाल करते हैं। नतीजा हमारा मोटापा बढ़ता जाता है। मोटापा कई बीमारियों को पैदा करता हैं। अगर आप तंदुरुस्त रहना चाहते हैं तो अपने लाइफस्टाइल में बदलाव लाएं। प्रतिदिन पैदल चलने से दिल और जोड़ों समेत कई पुरानी बीमारियों से आप छुटकारा पा सकते हैं। यदि आप भी अपने शरीर को चुस्त-दुरुस्त बनाये रखना चाहते हैं तो पैदल चलने के फायदों के बारे में जानें।

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वजन कम करना चाहते हैं तो वॉक करें।

यदि आप अपने वजन को कम करने के साथ शरीर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो नियमित रूप से वॉक करने की आदत डालें। बाजार जाने के लिए या आस-पास के छोटे-छोटे कामों के लिए कार या बाइक का इस्तेमाल करने से बचें। आप जितना वॉक करेंगे, उतना स्लिम और तंदुरुस्त रहेंगे।

डायबिटीज के मरीजों के लिए वॉक जरूरी

शुगर ऐसी बीमारी है, जो आजकल लोगों में ज्यादा पनप रही है। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण हमारा लाइफस्टाइल है। वैज्ञानिकों के मुताबिक आप 3000 से 7500 कदम अगर रोज चलते हैं तो आपके रक्त में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है। डायबिटीज के मरीज अगर शुगर को कंट्रोल रखना चाहते हैं तो वॉक को अपनी जिंदगी में शामिल करें।

वॉक करने से दुरुस्त रहता है पाचन

आप भर पेट खाना खाते हैं और बिस्तर पर आराम करते हैं तो आपका पाचन कमजोर पड़ने लगता है। शरीर में पाचन क्रिया के कमजोर होने से कब्जियत, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल, दस्त जैसी शिकायत बढ़ने लगती है। पाचन में सुधार लाने के लिये वॉक करें। वॉक न केवल आपके पाचन तंत्र को मजबूत करता है, बल्कि इससे आपका वेट भी कंट्रोल रहता है।

डिप्रेशन को दूर करता है वॉक

वॉक करने से कोशिकाओं को ऑक्सीजन मिलती है, जिससे तनाव का स्तर कम होता है। हम वॉक करते हैं तो चलते समय हम अंदर और बाहर सांस लेते हैं, जो तनाव को बाहर निकालने में मदद करता है। इसलिए यदि आप तनाव महसूस करते हैं तो अपने घर से बाहर निकलना शुरू कर दें।

डिमेंशिया के रोगियों के लिए वॉक जरूरी।

आपको डिमेंशिया की बीमारी यानी भूलने की बीमारी है तो वॉक करने की आदत डालें। वॉक करने से जहां आपकी याददाश्त तेज होगी, वहीं आप में आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। 

                   Written By Shahina Noor


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