Radiation Treatment for Breast Cancer: रेडियोथेरेपी के माध्यम से जल्द तंदुरुस्त हो सकते हैं ब्रेस्ट कैंसर के मरीज - जानिए कैसे
Radiation Treatment for Breast Cancer
नई दिल्ली,लाइफस्टाइल डेस्क। कैंसर की बीमारी का नाम सुनते ही रोंगटे खड़े होने लगते है। बॉडी के किसी भी अंग में कैंसर हो तकलीफ तो देता ही है। तकलीफ और लंबे समय तक इलाज बीमार को पूरी तरह कमजोर कर देता है। स्तन कैंसर महिलाओं में तेजी से उभरने वाली एक ऐसी बीमारी है जो बेहत तकलीफ देती है। भारत में कैंसर से पीडि़त लोगों की अनुमानित संख्या 25 लाख है। ब्रेस्ट कैंसरी की बात की जाए तो भारत में हर दो महिलाओं में से एक की मौत हो जाती है। कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए वैज्ञानिक लगातार प्रयास कर रहे है।
अब भारतीय मूल के एक कैंसर विशेषज्ञ के नेतृत्व में किए गए अध्ययन में पाया गया है कि ब्रेस्ट कैंसर का इलाज परंपरागत तरीके से करने के बजाय अगर रेडियोथेरेपी के माध्यम से किया जाए तो मरीज़ जल्द ही ठीक हो सकता है। ये खोज उन महिलाओं के लिए संजीवनी साबित होगी जो इस बीमारी से जूझ रही है।
भारत में स्तन कैंसर से बचने की दर 66 फीसदी है, जबकि वैश्विक स्तर पर यह आंकड़ा 80 फीसदी है। यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन (यूसीएल) सर्जरी एंड इंटरवेंशनल साइंस में सर्जरी और ऑन्कोलॉजी के प्रोफेसर जयंत वैद्य ने बृहस्पतिवार को कहा कि 'टारगेटेड इन्ट्राऑपेरेटिव रेडियोथेरेपी' (टारगिट-आईओआरटी) का मतलब है कि ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित इंसान का उपचार जल्द होना।
'ब्रिटिश मेडिकल जर्नल' में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार यूसीएल चिकित्सकों द्वारा विकसित तकनीक के तहत, बेहोशी की हालत में ट्यूमर को हटाने के तुरंत बाद रेडियोथेरेपी शरीर के अंदर से एक छोटे से गेंद के आकार के उपकरण के माध्यम से स्तन के अंदर रखी जाती है। वैद्य ने कहा, "टार्गेट-आईओआरटी के साथ, महिलाएं स्तन कैंसर के लिए अपनी सर्जरी और रेडिएशन उपचार साथ-साथ करवा सकती हैं।
आपको बता दें ब्रेस्ट कैंसर बदलते लाइफस्टाइल से उभरने वाली एक ऐसी परेशानी है जिसने महिलाओं को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में लिया है। भारत में साल 2018 में ब्रेस्ट कैंसर से 87 हजार महिलाओं की मौत हुई यानी हर दिन 239 मौत। WHO ने ग्लोबल रिपोर्ट में डराने वाले आंकड़े पेश किए है। इस रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले समय में भारत में हर दस आदमी में से एक को कैंसर हो सकता है।