वर्चुअल मीटिंग्स में होने वाली थकान दूर करने में यहां दिए गए टिप्स बनेंगे मददगार
फेस-टू-फेस मीटिंग्स की तुलना में वर्चुअल मीटिंग्स में थकान ज्यादा होती है। वर्क फ्रॉम होम की वजह से इन दिनों अगर आप भी वर्चुअल मीटिंग्स में ज्यादा हिस्सा ले रहे हैं तो यहां दिए जा रहे टिप्स आपके लिए मददगार हो सकते हैं।
पिछले दिनों वर्चुअल मीटिंग फटीग से परेशान प्रोफेशनल्स की संख्या में काफी इज़ाफा हुआ है। अगर आप भी इस समस्या के शिकार हैं तो यह टिप्स आजमाकर देखिए...
गैप दें
फेस टू फेस मीटिंग्स की तुलना में ऑनलाइन मीटिंग्स में ज्यादा एकाग्रता की जरूरत होती है, जिससे तनाव और थकान बढ़ती है। इसलिए दो मीटिग्स के बीच में गैप जरूर रखें। गैप के दौरान कुर्सी पर पीछे की ओर टेक लगाकर बैठें और आंखें बंद कर लें। आराम मिलेगा। अगर दो मीटिंग्स के बीच में पर्याप्त समय हो और आप उसका उपयोग अगली मीटिंग की तैयारी के लिए करना चाहते हों तो भी आंखें बंद करके मन ही मन उसके प्वॉइंट्स बनाएं। मीटिंग शूरु होने से पहले प्वॉइंट्स कागज पर नोट कर लें।
व्यायाम करें
वीडियो मीटिंग के दौरान स्क्रीन पर लगाकर देखने से आंखें तनावग्रस्त हो जाती हैं। इसलिए हर मीटिंग के बाद 20 फीट की दूर पर रखी किसी चीज़ को 20 सेकेंड तक एकटक देखें। इसके अलावा कुर्सी पर बैठे-बैठे ही कंधे और गर्दन से जुड़ी हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ करें।
समय तय करें
मीटिंग हमेशा छोटी रखें और तय समय में निपटाने की कोशिश करें। बहुत जरूरी न हो तो वीडियो की जगह ऑडियो मीटिंग करें।
ब्रेक लें
मीटिंग लंबी चलने वाली हो तो बीच में कुछ देर का ब्रेक रखें। इस दौरान मनपसंद म्यूज़िक हो या कोई चुटकुला सुनें, चाय-कॉफी पिएं। फ्रेशनेस आएगी।
यह बाते भी हैं महत्वपूर्ण
- रोज़ सुबह अपना डे-शेड्यूल चेक करें। पता लगाएं कि किन वीडियो मीटिंग्स को ऑडियो मीटिंग्स या ईमेल कम्युनिकेशन में तब्दील कर सकते हैं।
- स्क्रीन की ब्राइटनेस कम रखें। ज्यादा ब्राइट स्क्रीन से आंखों पर जोर पड़ता है।
- आंखों और स्क्रीन के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखें।
- मीटिंग के दौरान एकदम सीधे बैठें। स्क्रीन पर गर्दन न झुकाएं।
- खुद को हाइड्रेट रखें। पर्याप्त पानी पीने से थकान और तनाव से राहत मिलेगी।
- अपने बैठने की जगह व्यवस्थित रखें। टेबल-चेयर के पास कुछ इंडोर प्लांट्स लगाएं। इससे माहौल में सकारात्मकता बढने से थकान कम महसूस होगी।
- मीटिंग के बाद वॉट्सएप, फेसबुक आदि पर कम समय बिताएं।
(डॉ. इस्मित त्यागी, कंसल्टेंट फ़िजियोथेरेपिस्ट, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, पालम विहार, गुरूग्राम से बातचीत पर आधारित)