Pollution Control Diet: प्रदूषण से बचाव के साथ ही इम्यूनिटी भी बढ़ाना चाहते हैं तो अपनी डाइट में करें बदलाव
Pollution Control Diet जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं वो जहरीली है उसमें ओज़ोन नाइट्रोजन डाईऑक्साइड बारीक कण डीज़ल से निकले कण मौजूद है। यह जहरीले कण हमारे फेफड़ों में बैठ जाते हैं। इसलिए जरूरी हैं कि हम अपनी डाइट में बदलाव करें ताकि हमारे फेफड़े तंदुरुस्त रहें।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कोरोनावायरस और प्रदूषण की दोहरी मार ने लोगों की सांस फूला दी है। कोरोना के साथ ही जहरीली गैसे भी अब शरीर में प्रवेश करके हमें बीमार बना रही हैं। जिस हवा में हम सांस ले रहे हैं वो जहरीली है, उसमें ओज़ोन, नाइट्रोजन डाईऑक्साइड, बारीक कण, डीज़ल से निकले कण मौजूद है। यह जहरीले कण हमारे फेफड़ों में बैठ जाते हैं और हमारे फेफड़ों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंच गया है, ऐसे में जरूरी है कि हम अपनी डाइट में ऐसी चीजों का सेवन करें, जो हमारे फेफड़ों को साफ करें। आइए जानते हैं कि हम अपनी डाइट में किन चीजों को शामिल करें जिनसे हमारी बॉडी पर पॉल्यूशन का असर कम हो साथ ही हमारी इम्यून पावर भी बढ़े।
विटामिन सी को करें अपनी डाइट में शामिल:
प्रदूषण से बचना है तो अपनी डाइट में विटामिन सी को शामिल करें। विटामिन सी शरीर के लिए सबसे शक्तिशाली एंटी-ऑक्सिडेंट है, जो फ्री रैडिकल की सफाई करता है। फेफड़ों में इसके पर्याप्त स्तर को बनाए रखने के लिए आप आंवला और अमरूद अपनी डाइट में शामिल करें।
सब्जियां में धनिए के पत्ते, चौलाई का साग, ड्रमस्टिक, पार्सले, गोभी और शलजम का साग विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं। इन सब्जियों को आप अपनी डाइट में शामिल करेंगे तो आपकी सेहत पर प्रदूषण का स्तर कम होगा।
गुड़ का सेवन करें:
सांस से जुड़ी बीमारी से बचने के लिए फेफड़ों का हेल्दी होना ज़रूरी है। अपनी डाइट में गुड़ का सेवन करेंगे तो आपके फेफड़े साफ रहेंगे। गुड़ में मौजूद आयरन रक्त में ऑक्सीजन सप्लाई को सुचारू बनाए रखने में मदद करता है। रात को सोने से पहले गर्म दूध के साथ गुड़ खा सकते हैं या तिल गुड़ के लड्डू बनाकर खाएं।
विटामिन ई का करें सेवन:
प्रदूषन से बचने के लिए विटामिन ई से युक्त चीजों का सेवन करें। बादाम, सूरजमुखी के बीज, नट, फिश का इस्तेमाल करें।
बीटा कैरोटिन कम करता है प्रदूषण का असर:
प्रदूषण के असर को बीटा कैरोटिन कम करता है। आप अपनी डाइट में बीटा कैरोटिन के स्रोत वाली चीजों को शामिल करें। पत्तेदार सब्जियां जैसे चौलाई का साग, धनिया, मेथी, लेटस और पालक में प्रचूर मात्रा में बीटा कौरोटिन पाया जाता है। मूली के पत्ते और गाजर भी इसका अच्छा स्रोत हैं।
त्रिफला का करें सेवन:
प्रदूषण के असर से बचने के लिए इम्यून सिस्टम का मज़बूत होना जरुरी है। आयुर्वेद के मुताबिक त्रिफला का सेवन करने से आपका इम्यून सिस्टम मजबूत होगा। एक चम्मच त्रिफला को शहद और गुनगुने पानी या दूध के साथ सेवन करने से इम्यून सिस्टम इंप्रूव होगा।
अदरक का करें सेवन:
इम्यून सिस्टम को इंप्रूव करने के लिए अदरका का सेवन करें। आप अदरक का इस्तेमाल चाय में मिला कर कर सकते हैं, साथ ही अदरक के रस में शहद मिला कर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। अदरक इम्यून सिस्टम को बढ़ाएगा साथ ही खांसी भी नहीं होगी।
हल्दी करेगी हिफाजत:
प्रदूषण से बचना है तो आप रोज हल्दी और दूध का सेवन करें।
ओमेगा-3 फैटी एसिड करें डाइट में शामिल:
ओमेगा 3 फैट का इस्तेमाल करें। नट्स और बीज जैसे अखरोट, चिया के बीज, अलसी के बीज को दही में डालकर अपनी डाइट में शामिल करें। मेथी के बीज, सरसों के बीज, हरे पत्तेदार सब्जियां, काले चने, राजमा और बाजरा आदि ऐसे फूड हैं जिसमें ओमेगा 3 होता है। इस चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें।
काली मिर्च का करें सेवन:
प्रदूषण की वजह से छाती में कफ जमा हो जाता है जो बल्गम और खांसी करता है। इससे बचने के लिए आप पिसी हुई काली मिर्च और शहद का इस्तेमाल करें। ये छाती से कफ निकालने का काम करती है।
नीम, तुलसी का करें सेवन:
नीम, तुलसी और हल्दी शरीर से हानिकारक पदार्थों को निकालने का काम करती है। तुलसी के रस में थोड़ा सा पानी मिलाकर दिन में दो बार पीएं। इससे सांस की नली में पहुंचे दूषित तत्व बाहर निकल जाते हैं।
व्यायाम करें:
स्टीम थेरेपी, फुमिगेशन, च्यवनप्राश का सेवन, डिटॉक्स चाय, अनुलोम-विलोम प्राणायाम, कपालभांति प्राणायाम तथा भस्त्रीका प्राणायाम आदि के जरिए शरीर को एनर्जेटिक बनाकर प्रदूषण के असर से बचाया जा सकता है।
नाक में शुद्ध देसी घी लगाएं:
दूषित हवा नाक के जरिए हमारी बॉडी में प्रवेश करती हैं इसलिए नाक को साफ रखें। नाक में सुबह-शाम शुद्ध देसी घी का इस्तेमाल करें। इससे दूषित तत्व फेफड़ों तक नहीं पहुंचेंगे।
Written By: Shahina Noor