Intermittent Fasting: किन लोगों के लिए घातक साबित हो सकती है इंटरमिटेंट फास्टिंग?
Intermittent Fasting सभी तरह की डाइट की तरह इंटरमिटेंट फास्टिंग के भी कुछ फायदों के साथ नुकसान भी होते हैं। ये कुछ लोगों को फायदा पहुंचा सकती हैं तो कुछ को गंभीर नुकसान।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Intermittent Fasting Pros & Cons: एक ऐसी डाइट जिसमें आप एक निश्चित समय पर खाते हैं और बचे हुए घंटों में स्वेच्छा से उपवास करते हैं, अगर इसे सही तरीके से किया जाए तो यह काफी प्रभावी साबित होती है। हालांकि, इसका मतलब ये नहीं कि ये सभी के लिए फायदेमंद साबित होगी। सभी तरह की डाइट के कुछ फायदों के साथ नुकसान भी होते हैं। ये कुछ लोगों को फायदा पहुंचा सकती हैं, तो कुछ को गंभीर नुकसान।
इन 4 तरह के लोगों को कभी नहीं करनी चाहिए अनिरंतर फास्टिंग
1. जिन्हें खाने का विकार हो
आंतरायिक उपवास के लिए एक अनुशासित और प्रतिबंधात्मक खाने का अभ्यास करने की ज़रूरत होती है, जो मुश्किल होने के साथ उन लोगों के लिए ख़तरा साबित हो सकता है, जिन्हें ईटिंग डिसॉर्डर हो।
2. गर्भवती महिलाएं
गर्भवती होने का मतलब है, कि आप दो लोगों के लिए खा रही हैं। ऐसे में फास्ट करने से कमज़ोरी के साथ ब्ल्ड शुगर स्तर गिर सकता है और बच्चे को ज़रूरी पोशण और कैलोरी नहीं मिल पाएंगी।
3. अगर आपको टाइप-1 डायबिटीज़ है
ऐसे कई शोध हैं, जिसमें ये साबित हुआ है कि डायबिटीक लोग अगर फास्टिंग करें तो डायबिटीज़ को नियंत्रण में रख सकते हैं। वहीं, अगर गंभीर डायबिटीज़ या इंसुलिन पर निर्भर लोग फास्टिंग कर लें तो ये उनके लिए ये घातक साबित हो सकता है।
4. एथलीट या खिलाड़ी
ऐसा माना जाता है कि जो एथलीट मैरथॉन जैसी किसी खास ट्रेनिंग का हिस्सा हैं, उन्हें सही शेप में आने के लिए खास डाइट अपनानी होती है। हालांकि, अनिरंतर फास्टिंग उनके लिए सही विकल्प नहीं होगा। मैरथॉन जैसी दौड़ में शरीर को ज़रूर पोषण और ताकत की ज़रूरत होती है।
अनिरंतर फास्टिंग या फिर किसी भी तरह की डाइट, तभी काम आती है जब आप सेहत को सबसे ज़रूरी मानते हैं। वज़न कम करना ही आपका लक्ष्य नहीं होना चाहिए। इसे शुरू करने से पहले शरीर में किसी तरह की कमी या समस्या को समझ लें।