गुडुची या गिलोय है कैंसर और क्रोनिक फीवर में गुणकारी
गिलोय बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है, इसका वैज्ञानिक नाम टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया है और यह एक बहुवर्षिय लता होती है। सामान्य और खतरनाक बीमारी के उपचार में इसका प्रयोग किया जाता है।
गिलोय बहुत ही फायदेमंद मानी जाती है, इसका वैज्ञानिक नाम टीनोस्पोरा कार्डीफोलिया है और यह एक बहुवर्षिय लता होती है। इसके पत्ते पान के पत्ते कि तरह होते हैं। यह बहुत ही गुणकारी औषधि मानी जाती है। गिलोय की लता जंगलों, खेतों की मेड़ों, पहाड़ों की चट्टानों आदि स्थानों पर आसानी से मिल जाती है। इसकी पत्तियां और रस दोनों ही गुणकारी होते हैं। सामान्य और खतरनाक बीमारी के उपचार में इसका प्रयोग किया जाता है।
गुडुची या गिलोय के औषधीय गुण
1. डायबिटीज
गिलोय के रस को 10 से 15 मिली प्रयोग करें।
शुगर लेवल होता है कम
2. गाउट
गिलोय के काढ़े का प्रयोग करें
3. पीलिया,एनीमिया,ब्लीडिंग डिसऑर्डर
गिलोय का काढ़ा होता है फायदेमंद।
4. क्रोनिक फीवर
गिलोय को मरीच की चूर्ण और मधु के साथ लें।
5. कैंसर
गिलोय स्वरस का प्रयोग करें।
6. रोग-प्रतिरोधक शक्ति
गिलोय स्वरस का प्रयोग करें।