फैटी लिवर बन सकती है कई बड़ी बीमारियों की वजह, जानें इसके लक्षण, बचाव और उपचार
फैटी लिवर की वजह से कभी-कभी वसा की अधिक मात्रा से लिवर में सूजन हो जाती है। लेकिन अगर आप खानपान की आदतों में सुधार कर लें तो काफी हद तक इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
फैटी लिवर, लिवर की कोशिकाओं में अधिक मात्रा में वसा के उत्पन्न होने की स्थिति है। लिवर में वसा की कुछ मात्रा होना सामान्य बात है, लेकिन जब वसा की मात्रा लिवर के कुल भार के 10 प्रतिशत से अधिक हो जाती है, तो व्यक्ति में फैटी लिवर की समस्या होती है। कालांतर में लिवर संबंधी यह स्थिति कई गंभीर बीमारियों पैदा कर सकती है। फैटी लिवर की वजह से कभी-कभी वसा की अधिक मात्रा से लिवर में सूजन हो जाती है।
जांचें
ब्लड टेस्ट, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड स्कैन, सीटी स्कैन और फाइब्रो स्कैन आदि से इस मर्ज का पता लगाया जाता है।
ऐसे पहचानें
फैटी लिवर के अक्सर कोई लक्षण सामने नहीं आते खासकर जब यह शुरुआती स्थिति में हो, लेकिन जब यह गंभीर हो जाता है, तब धीरे-धीरे लक्षण प्रकट होने लगते हैं। जैसे-
* पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द।
* थकावट एवं वजन में गिरावट।
* त्वचा पर धब्बे जो गर्दन में अधिक होते हैं।
* लिवर के आकार का बढ़ना।
* जी मिचलाना।
कारण
अनहेल्दी डाइट, मोटापा और शराब का नियमित सेवन आदि कारणों से फैटी लिवर डिजीज हो सकती है। इसके अलावा दवाओं और पेन किलर्स के ज्यादा सेवन से भी यह समस्या हो सकती है। डायबिटीज वालों को भी कालांतर में फैटी लिवर होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं।
क्या खाएं
सब्जियां, फलियां, डेरी प्रोडक्ट्स और हेल्दी वसा और तेल का इस्तेमाल करें। इसी तरह अंडे और साबुत अनाज का सेवन भी लाभदायक है।
इनसे परहेज करें
शक्कर या ज्यादा शक्कर युक्त आहार का सेवन, सोडा, ज्यादा वसायुक्त वाले पदार्थों से बचें। इसी तरह शराब और फास्ट फूड्स से भी परहेज करें।
कब डॉक्टर से संपर्क करें
वजन में होने वाली कमी, जिसका कारण समझ में नहीं आ रहा हो।
असामान्य थकावट महसूस करना।
डॉ पीयूष मिश्रा (गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट, कानपुर)