Dengue को लेकर मन में है कोई सवाल? यहां है हर एक सवाल का जवाब
FAQ Of Dengue Fever अगर आपके मन में भी डेंगू बुखार को लेकर कोई सवाल है तो आप यहां हर एक सवाल का जवाब हासिल कर सकते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। FAQ Of Dengue Fever: डेंगू के नाम से लोगों के मन में डर बैठा हुआ है और इसकी वजह है पिछले कुछ सालों में डेंगू से हुईं मौतें। अब लोग डेंगू को लेकर काफी सतर्क हो गए हैं और इससे बचे रहने के लिए काफी कदम भी उठाने लगे हैं। हालांकि अभी भी लोगों के मन में डेंगू को लेकर कई सवाल है, जिनके जवाब जानना जरूरी है। आज हम आपको देंगे डेंगू से जुड़े हर सवाल का जवाब...
कैसे फैलता है डेंगू?
डेंगू बुखार से पीड़ित मरीज के खून में डेंगू वायरस बहुत ज्यादा मात्रा में हो जाता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी मरीज को काटता है तो वह उस मरीज का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में चला जाता है। वहीं यह मच्छर किसी और इंसान को काट लेता है तो भी इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
कब बढ़ जाता है खतरा?
रिश में इसका खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, क्योंकि जगह जगह पानी भरा होता है। डेंगू बरसात के मौसम और उसके फौरन बाद के महीनों यानी जुलाई से अक्टूबर में सबसे ज्यादा फैलता है, क्योंकि इस मौसम में मच्छरों के पनपने के लिए अनुकूल परिस्थितियां होती हैं।
कैसा होता है डेंगू का मच्छर?
जिस मच्छर के काटने से डेंगू होता है, उस मच्छर का नाम होता है माजा एडीज मच्छर। अगर इस मच्छर के दिखने की बात करें तो यह दिखने में भी सामान्य मच्छर से अलग होता है और इसके शरीर पर चीते जैसी धारियां बनी होती है। यह मच्छर अक्सर रोशनी में ही काटते हैं। रिपोर्ट्स में सामने आया है कि डेंगू के मच्छर दिन में खासकर सुबह के वक्त काटते हैं। वहीं अगर रात में रोशनी ज्यादा है तो भी यह मच्छर काट सकते हैं। इसलिए सुबह और दिन के वक्त इन मच्छरों का ज्यादा ध्यान रखें।
बिना बुखार भी होता है डेंगू?
बता दें कि बिना बुखार भी डेंगू हो सकता है और इस तरह के डेंगू को 'एफेब्रिल डेंगू' कहते हैं। 'एफेब्रिल डेंगू' के लक्षण सामान्य डेंगू से अलग होते हैं। दरअसल सामान्य डेंगू में मरीज को तेज बुखार, और भयानक दर्द की शिकायत होती है। हालांकि, डायबिटीज, बूढ़े लोग और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में बुखार के बिना भी डेंगू हो सकता है।
क्या हैं डेंगू के लक्षण
- डेंगू बुखार के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है तेज़ बुखार आना और ठंड लगना।
- ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना
- मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना।
- शारीरिक कमज़ोरी आना, भूख न लगना
- डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।
- डेंगू के दौरान तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव
- डेंगू एक वायरल संक्रमण है लिहाज़ा यह बीमारी खुद-ब-खुद कुछ ही हफ़्तों में ठीक हो जाती है। बीमारी के दौरान अपने खान-पान और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें।
- डेंगू की बीमारी का इलाज इससे जुड़े लक्षणों को कम करके ही किया जाता है। ऐसे में लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टरी परामर्श लें।
- डेंगू के दौरान बुखार के लिए बाज़ार में मिलने वाली पैरासिटामॉल ही लें, किसी भी अन्य दवा का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह लिए न करें।