Move to Jagran APP

Type-2 Diabetes: सुबह इस वक्त करते हैं नाश्ता तो बढ़ सकता है डायबिटीज़ का ख़तरा

Type-2 Diabetes शोध में साबित हुआ कि जो लोग सुबह का नाश्ता जल्दी कर लेते हैं उनमें बल्ड शुगर स्तर कम होता है और इंसुलिन प्रतिरोध भी कम होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं या नहीं।

By Ruhee ParvezEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 10:22 AM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 10:22 AM (IST)
Type-2 Diabetes: सुबह इस वक्त करते हैं नाश्ता तो बढ़ सकता है डायबिटीज़ का ख़तरा
सुबह इस वक्त करते हैं नाश्ता तो बढ़ सकता है डायबिटीज़ का ख़तरा

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Type-2 Diabetes: एक नए शोध के अनुसार, जो लोग सुबह जल्दी उठकर अपने दिन की शुरुआत करते हैं, उन्हें न सिर्फ पूरे दिन को सही तरीके से प्लान करने का पर्याप्त समय मिलता है, बल्कि उनका ब्लड शुगर लेवल भी अच्छा होता है। ENDO 2021 में प्रकाशित हुई एक नई रिसर्च के मुताबिक, सुबह के समय जल्दी नाश्ता कर लेने से लोअर इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप-2 डायबिटीज़ का जोखिम कम हो जाता है। 

loksabha election banner

ये निष्कर्ष उपवास पर हो रहे एक अध्ययन का ही हिस्सा थे, लेकिन वैज्ञानिकों ने पाया कि आप चाहे उपवास न भी कर रहे हों, लेकिन सुबह जल्दी नाश्ता करना काफी फायदेमंद हो सकता है। शोध में साबित हुआ कि जो लोग सुबह का नाश्ता जल्दी कर लेते हैं, उनमें बल्ड शुगर स्तर कम होता है और इंसुलिन प्रतिरोध भी कम होता है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि वे इंटरमिटेंट फास्टिंग कर रहे हैं या नहीं।

इंटरमिटेंट फास्टिंग 

एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में अमेरिका के 10,575 वयस्कों के डेटा का विश्लेषण किया गया था ये देखने के लिए कि खाना खाने के समय और इंसुलिन व ब्लड शुगर के स्तर में क्या संबंध है। शोध में यह पाया गया कि आंतरायिक उपवास यानी इंटरमिटेंट फास्टिंग या 10 घंटे से कम के प्रतिबंधित समय के दौरान खाना उच्च इंसुलिन प्रतिरोध से जुड़ा हुआ था। इसका मतलब ये हुआ कि उपवास करने वाले लोग इंसुलिन के प्रति कम संवेदनशील थे। इंसुलिन, वह हार्मोन है, जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। इंसुलिन प्रतिरोध टाइप 2 मधुमेह के विकास के लिए एक जोखिम कारक है।

हालांकि, शोध में ये भी पाया गया कि जिन लोगों ने दिन का पहला खाना सुबह 8:30 बजे से पहले किया, उनमें इंसुलिन प्रतिरोध का स्तर निचला रहा, फिर भले ही उन्होंने उपवास किया हो या नहीं। उपवास से रक्त शर्करा के स्तर पर कोई फर्क नहीं पड़ता, बल्कि नाश्ता किस समय किया जा रहा है इसका पड़ता है। जिन लोगों ने सुबह 8:30 बजे अपना नाश्ता खाया, उनमें रक्त शर्करा का स्तर कम था, इससे ये साबित होता है कि सुबह सही वक्त पर नाश्ता करने से अधिक चयापचय लाभ होते हैं।

एक अच्छा नाश्ता आपका स्वस्थ वज़न बनाए रखेगा और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा भी देगा। ये ज़रूरी नहीं कि सुबह का नाश्ता आपके लिए सबसे ज़रूरी हो, लेकिन ये आपको दिनभर के लिए अच्छी ऊर्जा दे सकता है।  

अलग-अलग तरह के प्रोटीन, फाइबर और होल फूड्स के साथ दिन की शुरुआत करना सबसे अच्छा है। आप दही के साथ फल खा सकते हैं और ड्राइफ्रूट्स या अंडे के साथ सब्ज़ियां खा सकते हैं।

Disclaimer:लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.