कहीं आप भी तो खाने के बाद भरपेट पानी नहीं पीते? अगर हां, तो हो सकती हैं 4 बीमारियां
खाने के दौरान थोड़ा पानी पीना चिंता की बात नहीं है लेकिन एक या दो गिलास पानी पीने से आपका पाचन सिस्टम बिगड़ सकता है। अगर आप पेट भर पानी पीना चाहते हैं तो भोजन करने से दो घंटे पहले और भोजन करने के दो घंटों बाद पीजिए।
नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Drinking Water While Meal:अच्छी सेहत के लिए दिन भर में कम से कम दो लीटर पानी पीना बेहद जरूरी है। पानी बॉडी को हाइड्रेट रखता है, साथ ही मेटाबॉलिज्म को बूस्ट भी करता है। पानी वज़न को कंट्रोल करता है, जब आप पानी पीते हैं तो आपको पेट भरा हुआ लगता है और आप ओवर इटिंग से बचते हैं। पानी बॉडी से विषैले तत्वों को बाहर निकालता है, इतने उपयोगी पानी का सेवन दिनभर करना बेहद जरूरी है।
कुछ लोगों की आदत होती है कि वो सारा दिन पानी पीने पर ध्यान नहीं देते, लेकिन खाने के दौरान पेट भरके पानी पीते हैं। अगर आप को भी खाना खाने के तुरंत बाद पेट भर पानी पीने की आदत है तो संभल जाइए। ये आदत आपको बीमार बना सकती है।
खाने के दौरान थोड़ा पानी पीना चिंता की बात नहीं है, लेकिन एक या दो गिलास पानी पीने से आपका पाचन सिस्टम बिगड़ सकता है। अगर आप पेट भर पानी पीना चाहते हैं तो भोजन करने से दो घंटे पहले और भोजन करने के दो घंटों बाद पीजिए। खाने से दो घंटे पहले पानी पीना सबसे अच्छा है क्योंकि इससे पोषक तत्वों के अवशोषण में मदद मिलती है। आइए जानते है खाने के दौरान पानी पीने से आपकी सेहत किस तरह प्रभावित हो सकती है।
मोटापा बढ़ सकता है:
खाने के साथ पानी पीने से खाना सही से पचता नहीं है तो अपाच्य खाने से बना ग्लूकोज फैट का रूप ले लेता है जिससे धीरे-धीरे मोटापा बढ़ने लगता है।
पाचन खराब हो सकता है:
खाना खाने के बाद भरपेट पानी पीने से आपका पाचन खराब हो सकता है। ज्यादा पानी पीने से खाना पचना मुश्किल हो जाता है। अगर खाने के बीच में मिर्ची लग गई है तो सिर्फ एक दो घूंट पानी पीएं।
इंसुलिन बढ़ाता है:
खाना खाने के तुरतं बाद पानी पीने से बॉडी में इंसुलिन लेवल बढ़ जाता है जिससे शुगर का खतरा हो सकता है।
सीने में जलन की हो सकती है शिकायत:
खाने के साथ ज्यादा पानी का सेवन करने से पाचक रस और एन्जाइम्स की एकाग्रता कम हो जाती है जिसकी वजह से बॉडी में अम्लीय स्तर बढ़ जाता है और सीने में जलन होने लगती है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।